उत्तराखंड: राज्य में 22 जून तक बढ़ी लॉकडाउन की पाबंदियां, चार धाम यात्रा के लिए तीन जिलों को मिली राहत

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समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 14जून। कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी के बावजूद सरकार किसी तरह को कोई रिस्क अब नहीं लेना चाहती। यही कारण है कि प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि एक हफ्ते यानी 22 जून तक बढ़ा दिया है। यही नहीं 15 जून से चारधाम यात्रा को भी तीन जिलों चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्‍तरकाशी के लोगों के लिए खोल दिया है। इसके लिए आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई। वहीं, अन्य राज्यों से उत्‍तराखंड आने वालों के लिए आरटी पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अभी भी अनिवार्य है। कोविड कर्फ्यू में वर्तमान व्यवस्था में कुछ और रियायत भी दी। हफ्ते में तीन दिन बाजार खुलेंगे। मिठाई की दुकानें पांच दिन खुलेंगी। शहरों में विक्रम, ऑटो के संचालन की अनुमति दी गई। साथ ही राजस्व न्यायालय खोलने का भी निर्णय लिया गया है।
इस दौरान सप्ताह में तीन दिन बाजार खोलने समेत वर्तमान में जारी व्यवस्था को यथावत रखा गया है। क्षेत्र विशेष को कर्फ्यू से छूट देने के संबंध में जिलाधिकारी निर्णय ले सकते हैं। सरकार जिलाधिकारियों को पहले ही इसके लिए अधिकृत कर चुकी है।
वही उत्तराखंड के पर्वतीय रूटों पर आज से बसों का संचालन शुरू हो जायेगा। लगभग सभी रूटों पर बसों का संचालन होगा। खास बात यह है कि पुराने किराये पर ही यात्री बसों में सफर कर सकेंगे। अंतरराज्यीय सार्वजनिक वाहनों का संचालन 100 प्रतिशत सवारी के साथ करने की छूट मिलने के बाद परिवहन व्यवसायियों ने बसें संचालित करने का निर्णय लिया है। आज से विभिन्न रूटों पर बसें संचालित होनी शुरू हो गई है ।

बता दें कि दो मई से पहाड़ी रूटों पर बसों का संचालन बंद हो गया था। बसें नहीं चलने से यात्रियों को काफी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा था। अंतरराज्यीय सार्वजनिक वाहनों का संचालन 100 प्रतिशत सवारी के साथ करने की एसओपी जारी होने के बाद बस कंपनियों ने बसें चलाने का निर्णय लिया है।

ऋषिकेश से उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, श्रीनगर समेत तीन दर्जन से अधिक रूटों पर प्रतिदिन सौ से अधिक बस सेवाएं संचालित होती है। टीजीएमओसी के अध्यक्ष जितेन्द्र नेगी ने बताया कि सोमवार से पर्वतीय रूटों पर बसों का संचालन शुरू कर दिया जायेगा। पहले दिन 10 फीसदी बसों का ही संचालन किया जायेगा। सवारियां बढ़ने पर अधिक बसें चलाई जायेगी। यातायात कंपनी के अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने बताया कि वाहनों का संचालन 100 प्रतिशत सवारियों के साथ करने की एसओपी जारी होने के बाद बस कंपनियों ने बसें चलाने का निर्णय लिया है।

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