आंदोलन के दौरान किसान कैंप में बंगाल की लड़की के साथ बार- बार होता रहा रेप, नेताओं ने की छिपाने की कोशिश

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12जून। टिकरी बॉर्डर स्थित किसान आंदोलन में पश्चिम बंगाल की एक युवती के साथ बार-बार गैंगरेप किए जाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। घटना के मुख्य आरोपी अनिल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने खुलासा हुआ कि पीड़‍िता की मुख्य आरोपी ने अपने मोबाइल फोन से वीडियो भी बनाई थी। इस वीड‍ियो के जर‍िए वह उस युवती को ब्‍लैकमेल करता था और उसका बार-बार दुष्कर्म किया गया। यह जानकारी डीएसपी पवन कुमार ने दी।
हरियाणा के टीकरी बार्डर में कृषि सुधार कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन में शामिल होने आई बंगाल की 25 वर्षीय युवती के साथ हुए एक बार नहीं बल्कि कई बार सामूहिक दुष्कर्म हुआ। इस मामले की जांच कर रही बहादुरगढ़ पुलिस की एसआइटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) ने दावा किया है कि पीड़िता से पहले ट्रेन में फिर धरनास्थल पर लगे एक तंबू में दुष्कर्म किया गया। उसे ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो भी बनाई गई। एसआइटी के अनुसार यह जानकारी गिरफ्तार आरोपित अनिल मलिक ने पूछताछ के दौरान दी है।

वहीं गुरुवार को अदालत में पेशी के दौरान एसआइटी ने पांच दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन अदालत ने तीन दिन का रिमांड ही मंजूर किया। एसआइटी के अनुसार आरोपित अनिल मलिक और अनूप चानौत ने युवती के साथ दुष्कर्म किया था। तीसरे आरोपित अंकुर ने छेड़छाड़ की थी। चौथे आरोपित जगदीश बराड़ ने युवती को मुंह बंद रखने को कहा था। दो महिला आरोपितों ने प्रकरण को उजागर करने का प्रयास किया था, लेकिन जांच पूरी होने तक उनको क्लीन चिट नहीं दी जाएगी।

इस संबंध में डीएसपी पवन कुमार ने प्रेस कान्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि आरोपित अनिल ने पीड़िता से पहले ट्रेन में और फिर टीकरी बार्डर पर किसान सोशल आर्मी के तंबू में उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान अनिल ने अपने मोबाइल से वीडियो क्लिप भी बनाई थी। इसी वीडियो क्लिप के जरिये अनूप चानौत ने पीड़िता को ब्लैकमेल किया और उसके साथ दुष्कर्म किया। डीएसपी ने बताया अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए भी छापे मारे जा रहे हैं।

डीएसपी ने बताया कि दुष्कर्म के बाद टीकरी बार्डर से फरार होने से लेकर गिरफ्तारी तक मुख्य आरोपित अनिल मलिक ने कई ठिकाने बदले। वह हरिद्वार भी गया। वह चरखी दादरी जिले के नौरंगाबास जाटान का रहने वाला है। इन दिनों दिल्ली के पोचनपुर में रहता है। उसे पुलिस ने भिवानी के भीम स्टेडियम के पास से गिरफ्तार किया था। वह सेना में रहा है। बाद में भवन निर्माण सामग्री संबंधी काम करने लगा। आरोपित अंकुर सांगवान ने पहले अग्रिम जमानत के लिए झज्जर के जिला एवं सत्र न्यायालय में अर्जी लगाई थी। वह खारिज हो गई। अब उसने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी दायर की है। इस पर 16 जून को सुनवाई होनी है।

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