समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12 मार्च।
कोरोना वायरस ने एक बार फिर से केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु के साथ-साथ दिल्ली में भी तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के नए मामलों ने एक बार फिर देश को चिंतित कर दिया है। पिछले एक महीने के भीतर महाराष्ट्र में सक्रिय कोविड मरीजों की संख्या दोगुने से भी ज्यादा हो गई है।
महाराष्ट्र के साथ साथ अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के बढ़ते मामलों ने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली में दो महीने बाद कोरोना के 409 मामले सामने आए जबकि तीन लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। दिल्ली में इससे पहले नौ जनवरी को कोरोना के 519 मामले आए थे। मौजूदा वक्त में दिल्ली में सक्रिय मरीजों की संख्या भी बढ़कर दो हजार से अधिक हो गई है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने लोगों से सावधान और सतर्क रहने तथा लापरवाही नहीं बरतने की सलाह दी है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को चिंताजनक बताया है और कहा है कि महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में बढ़ोतरी पर हम बहुत चिंतित हैं। इस वायरस को हल्के में नहीं लें।
महाराष्ट्र के अलावा केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु में प्रतिदिन कोरोना मामलों में लगातार बढ़ोतरी जारी है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के सामने आये नये मामलों में 85.6 प्रतिशत इन्ही राज्यों से है।
पिछले 24 घंटों में कोरोना के 23,285 नये मामले दर्ज किये गए।
महाराष्ट्र में दैनिक आधार पर सबसे अधिक 14,317 (61.48 प्रतिशत) नये मामले दर्ज किये गये हैं और इसके पश्चा्त केरल में 2,133 तथा पंजाब में 1,305 नये मामले दर्ज हुए।
भारत में आज कोरोना के कुल सक्रिय मामले (केसलोड) 1,97,237 हैं और भारत में इस समय सक्रिय मामले देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 1.74 प्रतिशत है।
कोरोना मामलों में बढ़ोतरी वाले राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों में नियंत्रण एवं प्रबंधन के लिए केन्द्र सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए है और इन राज्यों में कोविड मामलों की स्थिति की समीक्षा, इससे निपटने की रणनीति और जन स्वास्थ्य उपायों को भी अपनाया जा रहा है। हाल ही में केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र और पंजाब में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इन पर नियंत्रण के लिए उच्चस्तरीय जन स्वास्थ्य टीमों को भेजा है। इससे पहले, केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर में ऐसी ही उच्चस्तरीय टीमों को भेजा था, ताकि कोरोना के बढ़ते मामले और इस पर नियंत्रण के लिए इनकी मदद की जा सके। केन्द्रीय टीमों की रिपोर्टों को राज्य सरकारों के साथ साझा किया गया है और इन मामलों में अग्रप्रेषित कार्रवाई और अनुपालना संबंधी मामलों पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय नजर बनाए हुए है।
आज सुबह 7 बजे तक प्राप्त अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार देश में 4,87,919 सत्रों के जरिये 2.61 करोड़ (2,61,64,920) वैक्सीन के डोज लोगों को दिए जा चुके हैं। इनमें 72,23,071 एचसीडब्ल्यू (पहली डोज), 40,56,285 एचसीडब्ल्यू (दूसरी डोज), 71,21,124 एफएलडब्ल्यू (पहली डोज) और 6,72,794 एफएलडब्ल्यू (दूसरी डोज), 45 वर्ष से अधिक आयु के अन्य रोगों से ग्रस्त 10,30,612 लाभार्थी (पहली डोज) और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले 60,61,034 लाभार्थियों को दी गई डोज शामिल हैं।
देश में 11 मार्च 2021 तक कोरोना टीकाकरण अभियान के 55वें दिन 4,80,740 वैक्सीन दी जा चुकी हैं। इनमें से 4,02,138 लाभार्थियों को 9,751 सत्रों के जरिये वैक्सीन की पहली डोज दी गई (एचसीडब्ल्यू एवं एफएलडब्ल्यू) और 78,602 एचसीडब्ल्यू एवं एफएलडब्ल्यू को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई।
अधिकतर राज्यों में कल महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया और एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं तथा टीका लगाने वाली महिला स्वास्थ्यकर्मियों के उपवास पर होने की वजह से कल कोरोना वैक्सीनेशन में कमी देखी गई।
अब तक देश में कोरोना संक्रमण से 1.09 करोड़ (1,09,53,303) लोगों ठीक हो चुके हैं और पिछले 24 घंटों में 15,157 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई।
लेकिन कोरोना के सक्रिय मामलों और ठीक होने वाले मरीजों के बीच अंतर लगातार बढ़ रहा है और इस समय यह 1,07,56,066 है।
पिछले 24 घंटों में कोविड से 117 लोगों की मौत हुईं है।
मौत के नए मामले 82.91 प्रतिशत सात राज्यों से संबंधित हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 57 मरीजों की मौत हुईं। इसके बाद पंजाब में 18 और केरल में 13 लोगों की मौत हुई है।
19 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से किसी भी व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं मिली है। इन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में गुजरात राजस्थान, चंडीगढ़, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, बिहार, पुदुचेरी, लक्षदीप, मणिपुर, दमण और दीव, दादरा और नागर हवेली, मिजोरम, लद्दाख, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मेघालय, सिक्किम, त्रिपुरा, नगालैंड और अरूणाचल प्रदेश शामिल हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र के नागपुर में 15 से 21 मार्च तक उद्धव ठाकरे सरकार ने पूर्ण लाकडाउन लगा दिया है। कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए ये लॉकडाउन लगाया गया है, इस दौरान वहां किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। सिर्फ जरूरी वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी। दरअसल नागपुर में बुधवार को एक ही दिन में कोरोना के 1,710 नए मामले सामने आए थे जिसके बाद सरकार को सख्त कदम उठाने पर बाध्य होना पड़ा है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा है कि अगर कोरोना काबू से बाहर हुआ तो पूरे राज्य में फिर से लॉकडाउन लगाने की नौबत आ जाएगी।