उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर हलचल तेज, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने राज्यपाल से की मुलाकात
देर शाम को करेंगे पत्रकार वार्ता, नये मुख्यमंत्री के नाम पर डा. धन सिंह रावत का नाम सबसे आगे
सुनील सोनकर/अजय रमोला
समग्र समाचार सेवा
मसूरी, 9मार्च।
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मंगलवार को सुबह दिल्ली से उत्तराखंड लौटे वही बुधवार को भाजपा मुख्यालय में बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक प्रस्तावित है वहीं उत्तराखंड के सियासी संकट का पटाक्षेप देर शाम को होने की संभावना है। मुख्यमंत्री द्वारा 3 बजे पत्रकारों से वार्ता करनी थी परन्तु वह अचानक राजभवन राज्यपाल से मिलने के लिये गए। जहा माना जा रहा है मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ररावत अपने पद से इस्तीफा देगे। वही देर शाम को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगे।
मुख्यमंत्री की दावेदारी में धन सिंह रावत का नाम सबसे आगे है व भाजपा वरिष्ठ नेता अजय भट्ट, सतपाल महाराज और अनिल बलूनी का नाम भी सामने आ रहा है ।श्रीनगर से विधायक धन सिंह रावत का नाम सबसे आगे चल रहा है ऐसा माना जा रहा है कि डॉ धन सिंह रावत के नाम पर सभी विधायको की स्वीकार्यता ज्यादा दिख रही है। वहीं भाजपा के पर्यवेक्षक रमन सिंह भी दिल्ली से देहरादून के लिए रवाना हो चुके हैं और यह माना जा रहा है कि विधायक दल की में उत्त्राखण्ड भाजपा के प्रभारी दुष्यंत कुमार भी शामिल होगे।
बता दे कि राज्य के नेताओं का एक वर्ग कथित तौर पर रावत के नेतृत्व से नाखुश है और उनका विचार है कि उनके नेतृत्व में पार्टी की चुनावी संभावनाएं बहुत उज्ज्वल नहीं हो सकती हैं.। वही दिल्ली में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के नये नाम को लेकर विचार विमर्श शुरू हो गया है यह माना जा रहा है कि देहरादून में विधायक मंडल की बैठक में नये मुख्यमंत्री की नाम की घोषणा हो सकती है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य की कमान रावत को सौंपने का फैसला किया था.
अजय भट्ट ने कहा कि हाईकमान द्वारा सभी सांसदों को देहरादून बुलाया गया है और अभी सभी लोग दिल्ली में मौजूद है उन्होंने कहा कि उनका नाम मुख्यमंत्री पद के लिए लिया जा रहा है इसकी उनको कोई जानकारी नहीं है परंतु पार्टी जो भी जिम्मेदारी उनको देगी वह उसको निभाने के लिए तैयार है जानकारी मिली है कि दो केंद्रीय नेताओं, भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और पार्टी महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम ने राज्य के दौरे से वापस जाने के बाद पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड में चल रहे सियासी हलचल के बारे में अवगत कराया है। जिसमें बाद उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की हलचल तेज हो गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी मान लिया है कि उत्तराखंड की 4 साल की त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार ने कुछ नहीं किया और इसी को लेकर 2022 में अपनी हार को देखते हुए नेतृत्व परिवर्तन कर रही है उन्होंने कहा कि भाजपा से चेहरे बदलने का काम करती है परंतु उसकी करनी और कथनी एक जैसी है उन्होंने कहा कि इससे कुछ होने वाला नहीं है 2022 में भाजपा का जाना तय है और कांग्रेस का आना तय है।