
कुमार राकेश
चुपचाप,कमल पर छाप……ये नया नारा है पश्चिम बंगाल के लिए.वहां के विधान सभा चुनाव के लिए .उस प्रदेश में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के लिए….जी हाँ, ये नया नारा दिया है- भाजपा के वरिष्ठ नेता व प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी ने 7 मार्च को कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में .
श्री मोदी खूब बोले .जमकर बोले.सभी सुर,लय व ताल के साथ बोले .उनकी आवाज़ में कसक भी थी .द्रोह भी था.प्यार भी था .मनुहार भी था. पर वो ममता दीदी वाला गुस्सा नहीं था.पर एक तूफ़ान के पहले वाली शांति जरुर दिखी.
श्री मोदी ने चुनौतीपूर्ण मुद्रा में कहा -अब खेला नहीं,अब खेला ख़त्म होगा.बंगाल के लाखों लोगो ने बड़े आत्मीयता से उनको सुना.प्रधानमंत्री मोदी करीब एक घंटा से ज्यादा बोले.परन्तु तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी के सम्मान में कोई भी कमी नहीं आने दी.श्री मोदी ने जहाँ बहुत ही शांत,सहजभाव से अपनी बातों को लाखो जनता के समक्ष रखा ,वही सिलीगुड़ी में ममता बनर्जी काफी क्रोध मुद्रा में थी.श्री मोदी के शांत मुद्रा का जवाब ममता दीदी ने क्रोध,आवेश व आक्रामक भाव में जवाब दिया.ममता दीदी ने कहा -जो उनसे टकराएगा,चूर चूर हो जायेगा.लेकिन ममता दीदी ,आपसे टकरा कौन रहा है .ये तो चुनावी संघर्ष हैं .चुनाव में तो सब कुछ जायज़ है.ये तो एक जन युद्ध है,धर्म युद्ध है, ममता दीदी.एक जन भावना को सम्मान देनें व दिलवाने का नैतिक युद्ध.इसलिए प्रधानमंत्री मोदी अपना पुराना नारा फिर दोहराया –सबका साथ,सबका विकास और सबका विश्वास..
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा –बंगाल में परिवर्तन होने जा रहा हैं .पूरी बंगाल की जनता मन बना चुकी है, पूरे राज्य में कमल खिलाने के लिए ,क्योकि ममता दीदी और उनके लोगो ने प्रदेश में कीचड़ ही कीचड़ फैला दिया है .स्वाभाविक है कीचड़ है तो कमल तो खिलेगा ही.श्री मोदी ने सोनार बांगला बनाने की बात कही.लोगो ने उत्साह में हाथ ऊपर किये.हवा में लहराया.अपनी स्वीकृतियां दी .भीड़ काफी जीवंत दिखी.वो भीड़ नहीं थी .बंगाल में जन समंदर के रूप में परिवर्तन की लहर थी. उस जन सैलाब ने जहाँ श्री मोदी के सुर में सुर मिलाया,वही ममता दीदी का नाम आते ही “नहीं -नहीं “की जोरदार शोर से अपना गुस्सा जाहिर किया.
श्री मोदी ने बंगाल में पूर्ण परिवर्तन को समय व राज्य की जरुरत बताया.उन्होंने कहा कि बंगाल में अब भाजपा की सरकार बनने जा रही है.बंगाल अब तोलाबाज़ी,भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद से मुक्ति चाहता हैं .श्री मोदी ने ममता दीदी को सम्मानपूर्वक संबोधित करते हुए कहा –ममता दीदी,आपको तो प्रदेश की जनता ने दीदी बोला था,आप राज्य की दीदी थी.देश की बेटी हैं ,परन्तु आप तो सिर्फ एक भतीजे की बुआ बनकर रह गयी? क्यों किया ऐसा ? आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था.आपने ठीक नहीं किया..
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य को पूर्ण विकसित करने का वादा किया.राज्य के नौजवानों के लिए,किसानो के लिए.उद्मियों के लिए .भाइयो के लिए ,बहनों के लिए ,सबके लिए .उन्होंने अपनी पार्टी व सरकार के पराने वचन को दोहराया.वो सबका विकास करेंगे परन्तु तुष्टिकरण किसी का भी नहीं .घुसपैठियों को रोका जायेगा.जो भी आज तक बंगाल से छिना गया है ,उसे वापस दिलवाया जायेगा.
श्री मोदी ने दोस्तों को मदद करने वाले आरोपों के मद्देनजर कहा-दोस्ती तो बचपन की होती है .जो आजन्म निभायी जाती है .वो भी निभाते हैं .स्वाभाविक है चूंकि वह गरीब परिवार से आते हैं तो बचपन के साथी ही गरीब ही है .इसलिए उन्होंने अपना जीवन उन सभी गरीबो व पीड़ितों के सेवा पर न्योछावर कर दिया हैं.जो वह आजीवन करते रहेंगे.कोई कुछ भी कहे .श्री मोदी ने गरीबी भाव के जरिये बंगाल की जनता को स्वयं से जोड़ने की कोशिश की.
श्री मोदी ने कहा कि वह युवाओ के लिए कमाई,बच्चो के लिए पढाई व बुजुर्गो की दवाई के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.सेवा करेंगे.सबसे आशीर्वाद लेंगे चुनाव में भी ,चुनाव के बाद भी .सेवा जारी रहेगा.
इस रैली में हिंदी व बंगाल फिल्म जगत के सुपर स्टार रहे मिथुन चक्रवती भी भाजपा में विधिवत शामिल हो गए.मंच पर श्री मिथुन ने श्री मोदी का स्वागत किया.इससे तृणमूल कांग्रेस खेमें में हडकम्प की स्थिति है .इससे ममता दीदी का पारा और बढ़ गया हैं .
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री श्री मोदी के इस महारैली में करीब 7 लाख लोग मौजूद थे.ऐसी रैली आजतक इस ग्राउंड में कभी नहीं हुई.इसलिए पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा .अब बंगाल को 45 साल के समग्र कुशासन से मुक्ति मिलेगी .भाजपा के खेमे में जीत भाव से भरपूर समग्र शांति दिख रही है ,जबकि ममता दीदी के खेमे में आक्रोश ,गुस्सा .तनाव और अफरातफरी देखी जा रही है .इस धर्म युद्ध का सफल परिणाम 2 मई 2021 को सबको पता चल ही जायेगा .क्योकि बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक 8 चरणों में होने वाला विधान सभा चुनाव है.