अमित शाह खतरनाक, वे दुर्योधन-दुशासन जैसे – ममता बोली

कृष्णानगर रैली में ममता ने चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया पर सवाल उठाए, शाह को दुर्योधन-दुशासन से जोड़ा।

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  • विशेष गहन पुनरीक्षण पर केंद्र और आयोग की मंशा पर सवाल
  • चेतावनी-योग्य वोटर का नाम हटाया गया तो मुख्यमंत्री धरने पर बैठेंगी
  • शाह पर तीखा हमला ‘दुर्योधन-दुशासन’ जैसी टिप्पणी
  • नागरिकता मुद्दा ममता बोलीं, “मैंने जनगणना फॉर्म नहीं भरा”

समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 11 दिसंबर: 2026 विधानसभा चुनावों से पहले नदिया जिले के कृष्णानगर में आयोजित बड़ी रैली में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि SIR प्रक्रिया को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।

विशेष गहन पुनरीक्षण को बताया राजनीतिक हथियार

ममता बनर्जी ने कहा कि आयोग चुनाव से ठीक पहले विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) करवाकर मतदाता सूची में छेड़छाड़ का रास्ता खोल रहा है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली से भेजे जा रहे अधिकारी बीजेपी समर्थक हैं और यह कदम निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है।

एक भी नाम हटा तो मैं धरने पर बैठ जाऊंगी’

मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी योग्य नागरिक का नाम मतदाता सूची से हटाया गया, तो वह खुद धरने पर बैठ जाएंगी। उन्होंने कहा कि बंगाल में डिटेंशन कैंप जैसी कोई व्यवस्था लागू नहीं होने दी जाएगी।

अमित शाह पर तीखा प्रहार

ममता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को ‘खतरनाक’ बताते हुए कहा कि उनकी “एक आंख में दुर्योधन और दूसरी में दुशासन दिखाई देता है।” उन्होंने आरोप लगाया कि शाह बंगालियों को बांग्लादेशी साबित करने की साजिश कर रहे हैं।

नागरिकता और जनगणना पर दोहराया सख्त रुख

मुख्यमंत्री ने खुलासा किया कि उन्होंने अभी तक अपना जनगणना फॉर्म नहीं भरा है। उन्होंने सवाल उठाया, क्या मुझे दंगा कराने वाली पार्टी को अपनी नागरिकता साबित करनी होगी?
यह बयान  टीएमसी के उस पुराने रुख के अनुरूप है जिसमें वे नागरिकता संबंधी केंद्र की नीतियों का विरोध करती रही हैं।

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