ममता बनर्जी ने ‘बंकिम दा’ वाली टिप्पणी पर प्रधानमंत्री से माफी की मांग की
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा - प्रधान मंत्री मोदी ने बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय का अनादर किया
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लोकसभा में प्रधान मंत्री मोदी द्वारा ‘बंकिम दा’ कहे जाने पर ममता की तीखी प्रतिक्रिया
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टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने ‘बंकिम बाबू’ कहने की सलाह दी
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ममता ने कहा—‘राष्ट्रगीत के रचयिता को इस तरह संबोधित कर अपमान किया गया’
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भाजपा ने आरोपों को अनावश्यक राजनीति बताया
समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 10 दिसम्बर: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सार्वजनिक माफी की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा में वंदेमातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर हुई विशेष चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने महान साहित्यकार और ‘वंदेमातरम्’ के रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को “बंकिम दा” कहकर संबोधित कर उनका अपमान किया।
कूचबिहार में एक सभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी लगातार बंगाल की सांस्कृतिक विरासत और उसके महान व्यक्तित्वों को हल्का दिखाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा, जिस व्यक्ति ने राष्ट्रगीत लिखा, उसके लिए इस तरह का संबोधन अनादर है। प्रधानमंत्री को देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। आपने स्वतंत्रता संग्राम और इतिहास का अपमान किया है।
विवाद की शुरुआत लोकसभा में तब हुई जब प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को “बंकिम दा” कहा। TMC सांसद सौगत रॉय ने तुरंत आपत्ति जताई और कहा कि प्रधानमंत्री को “बंकिम बाबू” कहना चाहिए।
इसके बाद TMC और बीजेपी के बीच तीखी राजनीतिक बहस छिड़ गई। TMC ने इसे सांस्कृतिक असंवेदनशीलता बताया, जबकि बीजेपी ने आरोपों को राजनीतिक अतिशयोक्ति करार दिया। आगामी चुनावी मौसम से पहले यह मामला दोनों दलों के बीच एक नया राजनीतिक टकराव बन गया है।