दिव्यांगजन दिवस पर रोटरी ने बांटी 100 व्हीलचेयर
दिल्ली में रोटरी क्लब और दिल्ली स्टडी ग्रुप ने मिलकर 'पहुँच और सम्मान' बढ़ाने के लिए समावेशी कार्यक्रम आयोजित किया
- भव्य आयोजन: रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली सफदरजंग और दिल्ली स्टडी ग्रुप ने 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (IDPD) मनाया।
- बड़ा सहयोग: ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में शारीरिक रूप से अक्षम 100 व्यक्तियों को व्हीलचेयर वितरित की गईं, जिससे वे स्वतंत्र हो सकें।
- मौलिक अधिकार: आयोजकों ने जोर दिया कि दिव्यांगजन व्हीलचेयर वितरण का उद्देश्य लाभार्थियों को स्वतंत्रता दिलाना और गतिशीलता को उनका मौलिक अधिकार सुनिश्चित करना है।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 दिसंबर: अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस (IDPD) के अवसर पर, रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली सफदरजंग ने दिल्ली स्टडी ग्रुप के सहयोग से नई दिल्ली में एक समावेशी आउटरीच पहल का आयोजन किया। ग्रेटर कैलाश स्थित आर्य समाज मंदिर में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में, शारीरिक रूप से अक्षम 100 व्यक्तियों को व्हीलचेयर वितरित की गईं। यह पहल न केवल जरूरतमंदों को गतिशीलता प्रदान करने पर केंद्रित थी, बल्कि इस वर्ष के IDPD थीम—”सभी के लिए पहुँच और सम्मान को आगे बढ़ाना”—को भी मजबूती से रेखांकित करती है।
गतिशीलता मौलिक अधिकार है: आयोजक
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. विजय जॉली और रोटरी जिला गवर्नर आर.टी.एन. डॉ. रवि गुगनानी ने शिरकत की। दोनों नेताओं ने सामाजिक कल्याण के प्रति अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता दोहराई और इस पहल के महत्व पर प्रकाश डाला।
डॉ. रवि गुगनानी ने अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा कि “गतिशीलता एक मौलिक अधिकार है” और व्हीलचेयर का यह वितरण लाभार्थियों को स्वतंत्रता प्राप्त करने तथा दैनिक गतिविधियों में अधिक सक्रिय रूप से भाग लेने में मदद करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के छोटे लेकिन महत्वपूर्ण प्रयासों के माध्यम से हम समाज में समानता और समावेशिता की भावना को मजबूत करते हैं।
डॉ. विजय जॉली ने समुदाय से निरंतर जन जागरूकता और जुड़ाव की आवश्यकता पर बल दिया ताकि दिव्यांगजनों के लिए पहुंच और सुविधाओं में सुधार किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह केवल एक बार का दान नहीं है, बल्कि एक व्यापक सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है।
निम्न-आय वर्ग को प्राथमिकता
इस कार्यक्रम में वितरित की गईं व्हीलचेयर विशेष रूप से निम्न-आय वर्ग के व्यक्तियों के लिए थीं, जो अक्सर वित्तीय बाधाओं के कारण गतिशीलता संबंधी चुनौतियों का सामना करते हैं। आर्थिक तंगी के कारण ये लोग अक्सर आवश्यक उपकरणों को खरीदने में असमर्थ होते हैं, जिससे उनका जीवन और भी कठिन हो जाता है। रोटरी क्लब और दिल्ली स्टडी ग्रुप की इस पहल ने सीधे तौर पर इन लाभार्थियों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।
कार्यक्रम का संचालन आर.टी.एन. मोना पुरी ने किया, और इसमें क्लब अध्यक्ष आर.टी.एन. टीना कपूर, क्लब सचिव आर.टी.एन. तेजेंद्र सिंह, सामुदायिक सेवा अध्यक्ष आर.टी.एन. शोभा टुली, सहायक गवर्नर आर.टी.एन. डॉ. मधुमती सिंह, और दिल्ली स्टडी ग्रुप के सचिव लायन राम गोपाल गोयल सहित कई प्रतिष्ठित सदस्य और स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
सामाजिक समरसता और समावेशिता
इस दिव्यांगजन व्हीलचेयर वितरण कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गान के साथ हुई, जिसके बाद सभी प्रतिभागियों को भोजन और जूस परोसा गया। यह आयोजन सिर्फ एक वितरण समारोह नहीं था, बल्कि समाज के सभी वर्गों के बीच सम्मान और समावेशिता को बढ़ावा देने का एक मंच था। आयोजकों ने कहा कि उनका लक्ष्य एक ऐसा समाज बनाना है जहां हर व्यक्ति, उसकी शारीरिक स्थिति की परवाह किए बिना, सम्मान और स्वतंत्रता के साथ जी सके।
यह पहल दर्शाती है कि गैर-सरकारी संस्थाएं किस प्रकार सरकार के प्रयासों में सहयोग करते हुए सामाजिक कल्याण और नागरिकों के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।