केजरीवाल का गुरु तेग बहादुर पर बयान
केजरीवाल बोले—एक पैसे की बेईमानी भी माफ नहीं, गुरु महाराज का हर दंड स्वीकार
- अरविंद केजरीवाल ने गुरु तेग बहादुर साहिब के चरणों में नतमस्तक होकर बड़ा बयान दिया
- बेईमानी पर सख्त रुख: “एक पैसे की भी गलत कमाई पर गुरु का दंड मंजूर”
- पंजाब में धार्मिक कार्यक्रम के दौरान दिया भावुक संबोधन
समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 25 नवंबर: पंजाब में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को गुरु तेग बहादुर साहिब को नमन करते हुए बेईमानी और भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा और भावुक बयान दिया।
उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने या उनकी सरकार ने “एक पैसे की भी बेईमानी की हो,” तो वे गुरु महाराज द्वारा दिए गए किसी भी दंड को सहर्ष स्वीकार करने को तैयार हैं। केजरीवाल का यह संदेश पंजाब की धार्मिक और सामाजिक सभा में उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच काफी चर्चा का विषय बना।
कार्यक्रम में केजरीवाल ने गुरु साहिब की शिक्षाओं को भारतीय समाज का नैतिक आधार बताया। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब के बलिदान और आदर्श दुनिया को राह दिखाते हैं। “अगर किसी भी तरह की बेईमानी मेरे हाथ में हो, चाहे वह एक पैसे की ही क्यों न हो, मैं गुरु महाराज से दंड स्वीकार करने के लिए तैयार हूं,” उन्होंने कहा।
गुरु साहिब की विरासत पर जोर
केजरीवाल ने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब ने धर्म, मानवता, और सत्य की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में भ्रष्टाचार और बेईमानी समाज को अंदर से खोखला कर रही है, और ऐसे समय में गुरु साहिब की शिक्षाओं को अपनाना अधिक जरूरी हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकारें पंजाब और दिल्ली में पारदर्शिता और ईमानदारी पर आधारित शासन मॉडल देने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आम लोगों के पैसे की बर्बादी या गलत उपयोग किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है।
राजनीतिक संदेश भी हुआ स्पष्ट
हालांकि केजरीवाल का यह बयान धार्मिक संदर्भ में दिया गया था, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। विरोधी दलों द्वारा निरंतर किए जाने वाले भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच केजरीवाल का यह वक्तव्य एक तरह से जवाब भी माना जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि गुरु साहिब के आशीर्वाद से ही पंजाब और पूरे देश में ईमानदार राजनीति की राह मजबूत होगी। कार्यक्रम में भारी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय नेता उपस्थित रहे।
पंजाब में आगामी राजनीतिक गतिविधियों से पहले केजरीवाल के इस बयान को एक बड़े नैतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।