ओडिशा में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर कड़ा अभियान
जगतसिंहपुर, जाजपुर, भद्रक और केंद्रपाड़ा में सतर्कता बढ़ी, मुख्य आरोपी सिकंदर फ़रार
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जगतसिंहपुर में अवैध घरों को हटाया गया, कुछ परिवारों ने भय के कारण स्वयं अपने मकान तोड़ दिए
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मुख्य आरोपी सिकंदर के कई प्रांतों में बैंक खाते मिलने से जाँच विस्तृत
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भद्रक के समुद्री क्षेत्र में नावों और कर्मियों की पहचान जाँच
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जाजपुर में मजदूरों, ठेला लगाने वालों और किरायेदारों का घर–घर सत्यापन
समग्र समाचार सेवा
भुवनेश्वर, 23 नवम्बर: ओडिशा में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध व्यापक अभियान चल रहा है। पुलिस, गुप्तचर विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीमें जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और जाजपुर सहित कई जिलों में लगातार जाँच और तलाशी कर रही हैं। हाल ही में मिली गिरफ़्तारियों और सूचनाओं के बाद यह कार्रवाई और तेज़ हो गई है।
जगतसिंहपुर में अवैध बस्तियों पर कार्रवाई
21 नवम्बर को प्रशासन ने सरकारी भूमि पर बने अवैध ढाँचे हटाए। कई स्थानों पर ऐसे घरों को तोड़ा गया जिनमें बांग्लादेशी नागरिकों के रहने की आशंका थी।
बेहरामपुर क्षेत्र में कुछ परिवारों ने पुलिस अभियान के भय से स्वयं ही अपने आश्रय ढहा दिए और स्थान खाली कर दिया। अधिकारी बताते हैं कि ये लोग कई वर्षों से बिना अनुमति भूमि पर बसे हुए थे।
मुख्य आरोपी सिकंदर की तलाश, कई प्रांतों में खातों का पता
घुसपैठियों को बसाने के मामले में आरोपी सिकंदर अभी भी फ़रार है। उसके घर पर दो घंटे तलाशी में पुराने काग़ज़ और पहचान पत्र मिले।
जाँच में सामने आया कि उसके बैंक खाते कोलकाता, मुंबई और चेन्नई समेत कई स्थानों पर हैं, जिससे धन–लेन–देन की पड़ताल और गहरी हो गई है।
सिकंदर और उसके भाई अब्दुल पर दो मामले दर्ज हैं। प्रारम्भिक जाँच में पता चला है कि दोनों फर्जी काग़ज़ तैयार करवा कर बांग्लादेशी नागरिकों को भारत लाने और उन्हें कम मज़दूरी वाले कामों में लगाने का काम करते थे। कई मजदूरों के साथ मारपीट और शोषण की शिकायतें भी मिली हैं।
समुद्री मार्ग से भागने की आशंका
सिकंदर पहले समुद्री जहाज़ों में कार्यरत रहा है। इस कारण आशंका है कि वह समुद्र के रास्ते देश छोड़ने की कोशिश कर सकता है।
जगतसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उसके विरुद्ध नज़रबंदी सूचना जारी करने पर विचार चल रहा है।
कुवामंगा में उसके नए बने घर की भी जाँच की गई, परंतु मकान बंद मिला।
जाजपुर में दस्तावेज़ जाँच
जाजपुर जिले के कई क्षेत्रों में छापेमारी कर मजदूरों, ठेला लगाने वालों और किरायेदारों की पहचान जाँच शुरू कर दी गई है।
रासुलपुर क्षेत्र में काम–धंधा कर रहे लोगों से काग़ज़ दिखाने को कहा जा रहा है। यह अभियान आने वाले दिनों में भी चलेगा।
भद्रक के समुद्री क्षेत्र में कड़ी निगरानी
भद्रक जिले के कासिया समुद्री थाना क्षेत्र में नावों की जाँच की गई।
नावों के कर्मियों की पहचान, यात्रा मार्ग और आवाजाही पर विशेष नज़र रखी जा रही है ताकि कोई अवैध व्यक्ति समुद्री रास्ते से न भाग सके।
राज्यभर में अभियान और तेज़ होने की संभावना
पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह पूरा अभियान पूरे राज्य में चल रहे सत्यापन अभियान का हिस्सा है। तटीय जिलों में अतिरिक्त निगरानी बढ़ा दी गई है।
जगतसिंहपुर में एक संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ़्तारी के बाद राज्य में सतर्कता और बढ़ा दी गई है।