लंदन में शांति के लिए हुआ अंतरधार्मिक प्रार्थना
ब्रिटेन की संसद में आयोजित हुआ वैश्विक सद्भाव कार्यक्रम, "वसुधैव कुटुंबकम्" के संदेश पर जोर
- इंटरनेशनल सिद्धाश्रम शक्ति सेंटर द्वारा 17 नवंबर 2025 को लंदन के हाउस ऑफ कॉमन्स (ब्रिटिश संसद) में वैश्विक सद्भाव और शांति के लिए अंतरधार्मिक प्रार्थना आयोजित की गई।
- इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में पद्म श्री सद्गुरु ब्रह्मेशानंद आचार्य स्वामीजी सहित विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों, ब्रिटिश सांसदों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
- कार्यक्रम में HH श्री राजराजेश्वर गुरुजी ने जोर देकर कहा कि आध्यात्मिक नेताओं और समुदायों का एकजुट होना वैश्विक सद्भाव की दिशा में एक बड़ा और महत्वपूर्ण कदम है।
समग्र समाचार सेवा
लंदन, 23 नवंबर: दुनियाभर में शांति और सद्भाव की बढ़ती आवश्यकता के बीच, ब्रिटेन की संसद, हाउस ऑफ कॉमन्स, एक ऐतिहासिक अंतरधार्मिक प्रार्थना सभा का गवाह बनी। इंटरनेशनल सिद्धाश्रम शक्ति सेंटर यूके ने सांसद गैरेथ थॉमस और संस्कार टीवी के सहयोग से सोमवार, 17 नवंबर 2025 को ‘वैश्विक अंतरधार्मिक प्रार्थना फॉर वर्ल्ड पीस एंड हार्मोनी’ का आयोजन किया।
HH श्री राजराजेश्वर गुरुजी के आध्यात्मिक मार्गदर्शन और दूरदर्शी नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम का मूल आधार प्राचीन भारतीय दर्शन “वसुधैव कुटुंबकम्” यानी ‘विश्व एक परिवार है’ की भावना थी। यह आयोजन इस बात का प्रतीक था कि संघर्ष और मतभेदों के दौर में भी धार्मिक और राजनीतिक नेता एकजुट होकर मानवता के कल्याण के लिए प्रार्थना कर सकते हैं। यह कार्यक्रम भारत और ब्रिटेन के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक बंधन को भी मजबूती प्रदान करता है।

विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने की प्रार्थना
इस समारोह में विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने शांति और एकता के लिए शक्तिशाली आध्यात्मिक आह्वान किया। कार्यक्रम की शुरुआत ही विभिन्न आस्थाओं की सामूहिक प्रार्थनाओं से हुई। इसमें क्रिश्चियन, बौद्ध, सिख और हिंदू धर्म के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने ढंग से शांति और करुणा के साझा मूल्यों पर जोर दिया। हिन्दू प्रार्थना गुरूमता एडवोकेट ब्राह्मी देवी जी द्वारा प्रस्तुत की गई। इन प्रार्थनाओं ने यह दर्शाया कि अलग-अलग रास्ते होने के बावजूद, सभी धर्मों का अंतिम लक्ष्य वैश्विक शांति और मानवीय कल्याण ही है।
कार्यक्रम में पद्म श्री सद्गुरु ब्रह्मेशानंद आचार्य स्वामीजी, साइमन एन. ओवन्स डीएल (किंग चार्ल्स III के प्रतिनिधि), सांसद गैरेथ थॉमस और पूर्व सांसद वीरेंद्र शर्मा जैसे कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिससे कार्यक्रम की गरिमा कई गुना बढ़ गई।

सम्मान और पुरस्कारों का वितरण
इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित हस्तियों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। विशेष रूप से, पद्म श्री सद्गुरु ब्रह्मेशानंद आचार्य स्वामीजी को आध्यात्मिक जागरण और वैश्विक शांति में उनके असाधारण योगदान के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ऑनर से सम्मानित किया गया। वहीं, ब्रिटिश सेना और एनएचएस की सेवा करने वाली मनप्रीत मेयकॉक को राष्ट्र और समुदाय के प्रति उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए सिद्धाश्रम विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया। सद्गुरु आचार्य जी ने भी HH श्री राजराजेश्वर गुरुजी को अंतरधार्मिक एकता के उनके वैश्विक मिशन के लिए विशेष सम्मान से नवाजा।
गोवा आध्यात्मिक महोत्सव का पर्दापण और गुरुजी का संदेश
इस महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान गोवा आध्यात्मिक महोत्सव 2026 का औपचारिक ‘पर्दापण’ (Curtain Raiser) भी किया गया। यह महोत्सव 19-24 फरवरी 2026 तक गोवा, भारत में आयोजित होगा। गोवा के आध्यात्मिक राजदूत के रूप में सद्गुरु आचार्य जी ने सभी गणमान्य व्यक्तियों के साथ मिलकर इस आगामी वैश्विक आध्यात्मिक उत्सव का पूर्वावलोकन किया।
कार्यक्रम के अंत में, HH श्री राजराजेश्वर गुरुजी ने अपना प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने कहा: “आज का यह समागम सिद्ध करता है कि जब आध्यात्मिक नेता, जन प्रतिनिधि और समुदाय एक साथ खड़े होते हैं, तो वैश्विक शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जाता है। आइए, हम सभी प्रार्थना करें कि मानवता में करुणा का जागरण हो, राष्ट्र सद्भाव में एकजुट हों, और प्रत्येक व्यक्ति शांति का राजदूत बने।” उन्होंने गायत्री मंत्र के सामूहिक जाप के साथ कार्यक्रम का समापन किया, जो वैश्विक सद्भाव और एकता का आह्वान था।