माता-पिता पर दबाव की कोशिश हो रही, पीएम मोदी-अमित शाह जांच कराएं-तेज प्रताप
तेज प्रताप ने ‘जयचंद’ रूपक से साधा निशाना, संजय यादव समेत कई लोगों पर FIR की मांग; रोहिणी ने लगाया अपमान और गलत आरोपों का गंभीर आरोप
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तेज प्रताप ने कहा—परिवार पर मानसिक और शारीरिक दबाव की कोशिश हो रही है।
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रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी यादव और संजय यादव पर ‘गंदी गालियां’ और गलत आरोप लगाने का आरोप लगाया।
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तेज प्रताप ने संजय यादव, रमीज़ नेमत खान और प्रीतम यादव पर FIR दर्ज करने की मांग की।
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टिकट वितरण में अनियमितता और चापलूसी की राजनीति पर तेज प्रताप का तीखा हमला।
समग्र समाचार सेवा
पटना, 18 नवंबर: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने मंगलवार को अपनी बहन रोहिणी आचार्य के समर्थन में खुलकर बयान दिया और कहा कि परिवार के भीतर कुछ लोग उनके माता-पिता को मानसिक और शारीरिक दबाव में रखने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बिहार सरकार से मामले की तत्काल और निष्पक्ष जांच कराने की अपील की।
रोहिणी आचार्य ने हाल ही में अपने भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा उनके करीबी सहयोगी संजय यादव पर ‘गंदी गालियां देने’ और गलत आरोप लगाने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह भी कहा कि उनके ऊपर यह झूठ फैलाया गया कि उन्होंने अपने पिता लालू प्रसाद को किडनी दान करने के बदले पैसे और टिकट की मांग की थी। रोहिणी के अनुसार, उन्होंने यह बलिदान अपने पति, ससुराल और तीन बच्चों की चिंता किए बिना किया था।
तेज प्रताप ने अपने पोस्ट में ‘जयचंद’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि गद्दार मानसिक और शारीरिक रूप से उनके माता-पिता को दबाव में रखने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा है, तो यह सिर्फ उनके परिवार पर हमला नहीं बल्कि आरजेडी की आत्मा पर चोट है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी परिस्थिति में अपनी बहन का अपमान सहन नहीं करेंगे।
तेज प्रताप ने सरकार से यह भी मांग की कि अगर रोहिणी, लालू प्रसाद या राबड़ी देवी के साथ किसी प्रकार का दुर्व्यवहार, गाली-गलौज, धक्का-मुक्की या मानसिक उत्पीड़न किया गया है, तो संजय यादव, रमीज़ नेमत खान और प्रीतम यादव के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज की जाए। उन्होंने टिकट वितरण में कथित अनियमितताओं और चापलूसी की राजनीति पर भी नाराजगी जताई और कहा कि कुछ लोग लालच और समूहबाजी के चलते संगठन और परिवार को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
रोहिणी ने तेजस्वी और संजय यादव पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि विवाहित महिलाओं को ऐसे त्याग करने से पहले अपने भाई से सवाल पूछना चाहिए और उन पर दबाव नहीं पड़ना चाहिए।