फलोदी हादसे पर बड़ा मुआवजा: सरकार देगी ₹25 लाख तक सहायता
मृतक आश्रितों को 10-10 लाख की घोषणा; पीएम कोष की राशि अलग मिलेगी
- फलोदी-मतोड़ा एक्सप्रेस-वे हादसे में मारे गए लोगों के आश्रितों के लिए राज्य सरकार ने बड़ी आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
- हादसे में प्रत्येक मृतक के आश्रित को 10 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
- जिन परिवारों में तीन या उससे अधिक मौतें हुई हैं, उन्हें अधिकतम 25 लाख रुपये तक की विशेष आर्थिक सहायता मिलेगी। यह राशि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मिलने वाली सहायता से अलग होगी।
समग्र समाचार सेवा
जोधपुर/फलोदी, 03 नवंबर: राजस्थान के फलोदी ज़िले में मतोड़ा के पास भारतमाला हाईवे पर हुए भयावह सड़क हादसे में कई श्रद्धालुओं की मौत के बाद, सरकार ने मृतकों के आश्रितों और घायलों के लिए एक बड़ी मुआवजा राशि की घोषणा की है। इस हादसे में, कोलायत दर्शन से लौट रहे श्रद्धालुओं से भरा एक टैम्पो ट्रैवलर सड़क किनारे खड़े ट्रेलर से टकरा गया था।
प्रारंभ में, हादसे से दुखी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी।
हालांकि, मृतकों के परिजनों और माली समाज द्वारा मुआवजा कम होने का हवाला देते हुए मोर्चरी के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया गया था। इसके बाद प्रशासन और परिजनों के बीच लंबी बातचीत हुई, जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त और बड़ी सहायता राशि की घोषणा की गई।
राज्य सरकार का विशेष सहायता पैकेज
प्रदर्शनकारियों और प्रशासन के बीच सहमति बनने के बाद, राज्य सरकार की ओर से निम्नलिखित आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है:
मृतक आश्रितों को: प्रत्येक मृतक के आश्रित को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
गंभीर रूप से घायल: गंभीर रूप से घायल हुए व्यक्तियों को 2 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
कम घायल: दुर्घटना में सामान्य रूप से घायल हुए लोगों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
सबसे महत्वपूर्ण घोषणा यह रही कि अगर एक ही परिवार में 3 या इससे अधिक व्यक्तियों की मौत हुई है, तो सरकार मृतक आश्रितों को अधिकतम 25 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। यह सुनिश्चित किया गया है कि यह सहायता PMNRF से मिलने वाली राशि के अलावा होगी, यानी आश्रितों को दोनों योजनाओं का लाभ मिलेगा।
मुआवजा पर सहमति के बाद धरना समाप्त
मुआवजे की राशि को लेकर चले धरना-प्रदर्शन के बाद प्रशासन के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से बातचीत की। इस बड़ी आर्थिक सहायता की घोषणा के बाद परिजनों ने संतोष व्यक्त किया और धरना समाप्त कर दिया गया, जिसके बाद मृतकों के शवों का पोस्टमॉर्टम शुरू किया जा सका।
दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी गहरा दुख व्यक्त किया था और ज़िला प्रशासन के अधिकारियों को सभी घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने और उनके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल पहुंचाने के सख्त निर्देश दिए थे। सरकार की यह त्वरित और बड़ी मुआवजा राशि की घोषणा पीड़ित परिवारों के लिए मुश्किल की इस घड़ी में एक बड़ा संबल है।