हेलीकॉप्टर में हाथ-मुंह धोते दिखे बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, बोतल फेंकने के वीडियो पर मचा बवाल

वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर तेजस्वी की जिम्मेदारी पर उठे सवाल, यूजर्स बोले – सफाई अभियान का क्या हुआ?

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  • तेजस्वी यादव का हेलीकॉप्टर पर बैठकर पानी पीने, बोतल फेंकने और फिर हाथ धोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
  • यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया, जिसके बाद यूजर्स ने तेजस्वी की इस हरकत को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए उन्हें पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति लापरवाह ठहराया।
  • सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल उठाया कि जब सार्वजनिक जीवन में रहने वाले नेता ही सफाई के नियमों का उल्लंघन करेंगे, तो आम जनता से स्वच्छता की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
  • विपक्षी नेताओं ने भी इस वीडियो को लेकर तंज कसते हुए कहा कि “हेलीकॉप्टर में हाथ धोना गलत नहीं, लेकिन बोतल फेंकना सार्वजनिक मर्यादा और जिम्मेदारी दोनों के खिलाफ है।”

समग्र समाचार सेवा
पटना, 30 अक्टूबर: बिहार की राजनीति में इन दिनों एक वीडियो ने नई बहस छेड़ दी है। वीडियो में तेजस्वी यादव एक जनसभा के बाद अपने हेलीकॉप्टर की ओर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान वे सबसे पहले पानी की बोतल उठाकर कुछ घूंट पानी पीते हैं और फिर उसी बोतल को हेलीपैड पर फेंक देते हैं। इसके बाद वे दूसरी बोतल से हाथ-मुंह धोते हैं। कैमरे में कैद यह पूरी घटना कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और यूजर्स ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी।

वीडियो में दिखा पूरा घटनाक्रम

वीडियो में नजर आता है कि तेजस्वी हेलीकॉप्टर के दरवाजे पर बैठे हैं। पहले वे बोतल से पानी पीते हैं, फिर उस बोतल को नीचे फेंकते हैं। इसके बाद पास खड़ा व्यक्ति उन्हें दूसरी बोतल थमाता है, जिससे वे अपने हाथ और चेहरा धोते हैं। यही दृश्य लोगों को नागवार गुजरा। कई यूजर्स ने कहा कि यह व्यवहार किसी जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के अनुरूप नहीं है।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़वीडियो वायरल होते ही इंटरनेट पर चर्चा शुरू हो गई। ट्विटर (अब एक्स), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर सैकड़ों लोगों ने वीडियो शेयर करते हुए तेजस्वी यादव पर टिप्पणी की।
एक यूजर ने लिखा, “जिस नेता को जनता पर्यावरण और जिम्मेदारी का उदाहरण मानती है, वही सार्वजनिक जगह पर कचरा फैला रहा है।”
दूसरे यूजर ने व्यंग्य किया, “हाथ धोकर क्या होगा, सोच भी साफ रखिए।”
कई लोगों का कहना था कि ऐसे सार्वजनिक मौके पर इस तरह की लापरवाही सफाई अभियानों की भावना को कमजोर करती है।

विपक्षियों ने भी साधा निशाना

राजनीतिक विरोधियों ने इस मौके का फायदा उठाते हुए तेजस्वी पर तंज कसे।

एक नेता ने कहा, नेताओं को जनता के बीच अपने आचरण से उदाहरण पेश करना चाहिए। हेलीकॉप्टर में हाथ धोना गलत नहीं, लेकिन बोतल फेंकना लापरवाही का प्रतीक है।

दूसरे का कहना था, “जो नेता छोटी चीजों में जिम्मेदारी नहीं दिखा सकते, वे बड़े मुद्दों पर जनता का भरोसा कैसे जीतेंगे?”

स्वच्छता पर सवालयह घटना केवल सोशल मीडिया विवाद नहीं, बल्कि नेताओं के निजी व्यवहार और सार्वजनिक जिम्मेदारी पर सवाल खड़ा करती है। एक तरफ राज्य में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण पर प्रचार-प्रसार चल रहा है, दूसरी ओर ऐसे दृश्य देखने से आम जनता तक नकारात्मक संदेश जाता है।

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