सीएम रेखा गुप्ता का ‘समावेशी शासन’ सराहनीय: विष्णु मित्तल
दिल्ली में विकास, सुशासन और पारदर्शिता पर ज़ोर
- समावेशी शासन की सराहना: विष्णु मित्तल ने सीएम रेखा गुप्ता के शासन को समावेशी बताया, जिसका अर्थ है कि यह सरकार समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचा रही है।
- विकास कार्यों पर संतोष: मित्तल ने कहा कि सीएम के प्रयासों से स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में तेजी से सुधार आया है।
- भ्रष्टाचार पर वार: उन्होंने ई-ऑफिस और सत्यापन अभियान जैसे कदमों की तारीफ करते हुए कहा कि इससे प्रशासन में पारदर्शिता आई है और भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता विष्णु मित्तल ने हाल ही में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली सरकार के समावेशी शासन (Inclusive Governance) मॉडल की जमकर प्रशंसा की है। मित्तल ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली में न केवल विकास की गति तेज हुई है, बल्कि शासन में पारदर्शिता और जवाबदेही भी बढ़ी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सरकार समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की नीति पर काम कर रही है, जिससे दिल्ली में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है।
सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर काम
विष्णु मित्तल ने अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत को सही मायने में लागू किया है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सरकार की योजनाएं किसी एक विशेष वर्ग या समुदाय तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आर्थिक लाभ वास्तव में जरूरतमंद और पात्र लोगों तक ही पहुंचे।
Mitttal ने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के वार्षिक सत्यापन के सरकार के फैसले की सराहना करते हुए कहा, “यह एक साहसिक और आवश्यक कदम है। इससे पता चलता है कि सरकार तुष्टीकरण की राजनीति से ऊपर उठकर सुशासन के लिए प्रतिबद्ध है। गलत तरीके से लाभ उठा रहे लोगों को सूची से हटाने से उन जरूरतमंद लोगों को मदद मिलेगी जो अभी तक कतार में खड़े हैं।” यह कदम पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
बुनियादी ढांचे और शिक्षा में क्रांति
बीजेपी नेता ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हो रहे बुनियादी ढांचे और शिक्षा क्षेत्र के विकास को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
शिक्षा पर ज़ोर: स्मार्ट क्लासरूम का तेजी से निर्माण और शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के निर्देश यह दर्शाते हैं कि सरकार बच्चों के भविष्य को लेकर कितनी गंभीर है। प्रयोग-आधारित शिक्षा पर ज़ोर देने से छात्रों की तार्किक क्षमता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण मजबूत होगा।
सुशासन के लिए पहल: मित्तल ने राजस्व जिलों की सीमाओं को नगर निगम के 12 जोनों के अनुरूप व्यवस्थित करने के फैसले को भी सराहा। उनका मानना है कि इस तरह के प्रशासनिक बदलाव नागरिक सेवाओं को सुगम बनाएंगे और जन शिकायतों का निवारण तेजी से होगा। इसके अलावा, सभी 11 जिलों में मिनी सचिवालय बनाने की योजना से शासन में और अधिक पारदर्शिता आएगी और अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
यमुना स्वच्छता और जनसंपर्क
विष्णु मित्तल ने यमुना नदी की सफाई के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के प्रयासों की भी विशेष रूप से तारीफ की। उन्होंने कहा कि विपक्ष के आरोपों के बावजूद, छठ पर्व से पहले यमुना के स्वच्छ जल की उपलब्धता ने सरकार की प्रतिबद्धता को साबित किया है।
मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को जनसुनवाइयों में मौजूद रहने और लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने का निर्देश देना दर्शाता है कि यह सरकार जनता से सीधे संवाद और संवेदनशील प्रशासन में विश्वास रखती है।
विष्णु मित्तल का यह बयान ऐसे समय आया है जब दिल्ली में विपक्ष लगातार सीएम रेखा गुप्ता के शासन पर सवाल उठा रहा है। मित्तल की यह तारीफ न केवल मुख्यमंत्री के नेतृत्व को मजबूत करती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि बीजेपी सरकार अपने विकास और सुशासन के एजेंडे पर पूरी तरह से एकजुट है।