दिवाली-छठ पर रेलवे स्टेशनों पर महासंग्राम: 12 घंटे लाइन में खड़े यात्री

दिल्ली से मुंबई तक 'नो रूम' बोर्ड, प्लेटफॉर्म पर पैर रखने की जगह नहीं

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  • 12 घंटे की प्रतीक्षा: सूरत के उधना स्टेशन पर सामान्य कोच में चढ़ने के लिए यात्रियों की लाइन 2 किलोमीटर तक लंबी हो गई, जहाँ लोगों को 12 घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
  • भीड़ प्रबंधन के उपाय: भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली, मुंबई, और अन्य 15 प्रमुख स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है और होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं।
  • ट्रेनों में ‘नो रूम’ स्थिति: उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में स्लीपर और एसी-3 टियर सहित सभी श्रेणियों में ‘नो रूम’ की स्थिति है, जिससे वेटिंग लिस्ट 200 के पार पहुँच गई है।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली/मुंबई, 18 अक्टूबर: दीपावली (20 अक्टूबर) और छठ महापर्व (27-28 अक्टूबर) से ठीक पहले देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों का हुजूम उमड़ पड़ा है। घर जाने की बेचैनी और ट्रेनों में सीट की कमी ने स्थिति को महासंग्राम में बदल दिया है। दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, और सूरत जैसे बड़े शहरों के स्टेशनों पर आलम यह है कि यात्रियों को अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए 12 घंटे पहले से ही लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है। रेलवे द्वारा 4000 से अधिक स्पेशल ट्रेनों और अतिरिक्त कोचों के बावजूद, भीड़ का दबाव नियंत्रण से बाहर है।

प्रमुख शहरों के स्टेशनों पर बेकाबू हालात

त्योहारी सीजन में घर लौटने वाले यात्रियों का सैलाब दिल्ली के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS), पुरानी दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल (ANVT) पर चरम पर है। स्थिति ऐसी है कि रेलवे द्वारा बनाए गए अस्थायी होल्डिंग एरिया भी यात्रियों की संख्या के आगे कम पड़ रहे हैं। प्लेटफॉर्म पर केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है, फिर भी धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है।

मुंबई की जद्दोजहद: मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) और लोकमान्य तिलक टर्मिनस (LTT) पर भी बिहार, यूपी और झारखंड की ओर जाने वाली ट्रेनों में भयानक भीड़ है। रेलवे को भगदड़ जैसी घटनाओं से बचने के लिए LTT पर सामान्य डिब्बों के लिए बैरिकेडिंग वाले अलग क्षेत्र (‘खतल्स’) बनाने पड़े हैं।

सूरत में रिकॉर्ड भीड़: गुजरात के सूरत और उधना रेलवे स्टेशन पर भीड़ का दबाव सबसे अधिक देखने को मिला, जहाँ 175,000 से अधिक यात्रियों ने स्टेशन का उपयोग किया। यहां सामान्य कोच में सीट के लिए 2 किलोमीटर लंबी लाइन में खड़े यात्रियों की तस्वीरें और वीडियो त्योहारी यात्रा संकट को उजागर कर रही हैं।

प्रयागराज और आगरा: उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज जोन से चलने वाली और गुजरने वाली ट्रेनों में भी भारी भीड़ है। 100 से अधिक ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट लंबी है, जिससे यात्रियों को सामान्य डिब्बों में शौचालय के पास बैठकर या दरवाजे पर लटककर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है।

रेलवे के इंतजाम और उनकी सीमाएं

यात्रियों की भारी मांग को देखते हुए भारतीय रेलवे ने इस त्योहारी सीजन के लिए 4718 स्पेशल ट्रेन ट्रिप (उत्तरी रेलवे से 507 ट्रिप) चलाई हैं, जो पिछले साल से कहीं अधिक हैं। इसके अलावा, करीब 2,70,532 अतिरिक्त सीटें/बर्थ भी जोड़ी गई हैं।

सुरक्षा उपाय: भीड़ प्रबंधन के लिए प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री बंद, अतिरिक्त बुकिंग काउंटर, और एआई कैमरे का इस्तेमाल किया जा रहा है।

यात्रियों की अपील: रेलवे ने यात्रियों से आतिशबाजी, ज्वलनशील सामग्री (जैसे माचिस, गैस सिलेंडर) लेकर यात्रा न करने की अपील की है, क्योंकि भीड़ भरे डिब्बों में सुरक्षा का खतरा बहुत अधिक है।

हालांकि, ये सभी प्रयास सीमित साबित हो रहे हैं। यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि और अंतिम समय में टिकट बुकिंग की कोशिश के कारण स्टेशन प्रबंधन पूरी तरह से चरमरा गया है। रेल मंत्री ने स्वयं नई दिल्ली स्टेशन का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है और अफ़वाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। छठ पूजा समाप्त होने तक यही स्थिति बनी रहने की संभावना है।

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