बेंगलुरु में शुरू हुई अखिल भारतीय महिला समन्वय बैठक

12 से 14 अक्टूबर तक महिला संगठनों की राष्ट्रीय संगोष्ठी, RSS नेतृत्व प्रदान करेगा मार्गदर्शन

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  • अखिल भारतीय महिला समन्वय बैठक और प्रशिक्षण सत्र 12 से 14 अक्टूबर 2025 तक बेंगलुरु के जनसेवा विद्या केंद्र, चन्नेनहल्ली में आयोजित किया जा रहा है।
  • बैठक में 46 प्रांतों और 32 संगठनों के महिला प्रतिनिधियों और सहयोगियों सहित 375 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
  • RSS प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित वरिष्ठ नेता इसमें शामिल होकर महिला प्रतिनिधियों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

समग्र समाचार सेवा
बेंगलुरु, 12 अक्टूबर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मार्गदर्शन में काम करने वाले विभिन्न महिला संगठनों की वार्षिक और महत्वपूर्ण बैठक, ‘अखिल भारतीय महिला समन्वय बैठक और प्रशिक्षण सत्र’ आज, 12 अक्टूबर 2025 से बेंगलुरु में शुरू हो गई है। यह तीन दिवसीय बैठक 14 अक्टूबर तक चलेगी, जिसका उद्देश्य सामाजिक और राष्ट्रीय विकास में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए एक समन्वित रणनीति पर विचार-विमर्श करना है।

इस वार्षिक समागम में देश भर से 375 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें 46 प्रांतों और 32 संगठनों की महिला पदाधिकारी और सहयोगी शामिल हैं। यह मंच महिला प्रतिनिधियों के लिए महिला मुद्दों पर भारतीय परिप्रेक्ष्य और सामाजिक नेतृत्व को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चिंतन का केंद्र बनेगा।

RSS के शीर्ष नेतृत्व का मार्गदर्शन

इस बैठक को आरएसएस (RSS) के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, और वरिष्ठ कार्यकारी सदस्य भैयाजी जोशी सहित अन्य वरिष्ठ नेता बैठक की शोभा बढ़ाएंगे और प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।

इन प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति इस बात को दर्शाती है कि राष्ट्रीय विकास में महिलाओं की भूमिका को सुनिश्चित करने के लिए संघ परिवार कितना गंभीर है। उनके मार्गदर्शन से न केवल महिला संगठनों को एक स्पष्ट दिशा मिलेगी, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर महिला सशक्तिकरण की पहलों को भी वैचारिक मजबूती मिलेगी।

चर्चा के प्रमुख विषय और पंच परिवर्तन

बैठक का एजेंडा काफी व्यापक और समकालीन है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है:

महिलाओं की भागीदारी और सामाजिक नेतृत्व

बैठक का एक मुख्य विषय विभिन्न संगठनों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना और उनके बीच सामाजिक नेतृत्व को बढ़ावा देना है। इसमें वर्तमान महिला-केंद्रित विषयों, समकालीन बहसों और कार्रवाई योग्य उपायों पर चर्चा शामिल है, ताकि महिलाओं को राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में और अधिक सक्रिय रूप से शामिल किया जा सके।

संघ शताब्दी वर्ष की भूमिका

प्रतिभागी RSS के शताब्दी वर्ष (Centenary Year) के उपलक्ष्य में आने वाले कार्यक्रमों में महिलाओं की भूमिका पर भी विचार-विमर्श करेंगे। यह खंड महिला कार्यकर्ताओं को संगठन के भविष्य के एजेंडे में एक महत्वपूर्ण स्थान सुनिश्चित करने में मदद करेगा।

पंच परिवर्तन (Five Transformations) पर विचार

बैठक के दौरान, ‘पंच परिवर्तन’ नामक एक महत्वपूर्ण अवधारणा पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। इसका उद्देश्य सामाजिक परिवर्तन में महिलाओं के योगदान को मजबूत करना है। पंच परिवर्तन के पांच मुख्य बिंदु हैं:

पारिवारिक ज्ञान (Family Enlightenment)

सामाजिक समरसता (Social Harmony)

आत्म-जागरूकता (Self-awareness)

पर्यावरण जिम्मेदारी (Environmental Responsibility)

नागरिक कर्तव्य (Civic Duties)

इन पहलों की प्रभावी कार्ययोजना बनाने और उनके कार्यान्वयन को सुनिश्चित करना ही बैठक का प्राथमिक उद्देश्य है।

यह तीन दिवसीय समन्वय बैठक महिलाओं के सामाजिक योगदान को संगठित करने, वैचारिक स्पष्टता लाने और उन्हें राष्ट्रीय विकास के लक्ष्यों से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें निकलने वाले निष्कर्ष और कार्य योजनाएं आगामी वर्षों में विभिन्न महिला संगठनों के काम की दिशा तय करेंगी।

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