कांग्रेस ने राहुल गांधी के लिए मांगा नोबेल पुरस्कार, बीजेपी बोली — “99 बार चुनाव हारने के बाद जरूर मिलेगा सम्मान!”
वेनेजुएला की नेता को मिला नोबेल, कांग्रेस ने राहुल की तुलना कर डाली; बीजेपी ने कहा – “नोबेल नहीं, ‘हार का मेडल’ बनवाओ”
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कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने राहुल गांधीको नोबेल देने की मांग की।
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वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को मिला शांति का नोबेल।
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बीजेपी ने तंज कसा, “99 बार चुनाव हारने के बाद ही मिलना चाहिए पुरस्कार।”
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पूनावाला बोले पाखंड, झूठ, और 1975 और 1984 में लोकतंत्र और संविधान की हत्या के लिए भी पुरस्कार मिलना चाहिए
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर: वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को इस साल लोकतंत्र की रक्षा के लिए नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया। लेकिन भारत में कांग्रेस ने इस मौके को भी राजनीतिक जुगलबंदी में बदल दिया। पार्टी के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने सोशल मीडिया पर मचाडो और राहुल गांधी की तस्वीरें एक साथ पोस्ट करते हुए लिखा कि जैसे मचाडो ने अपने देश में संविधान की रक्षा की, वैसे ही राहुल गांधी भारत के संविधान की लड़ाई लड़ रहे हैं, इसलिए उन्हें भी नोबेल मिलना चाहिए।
राजपूत की यह पोस्ट देखते ही बीजेपी ने मौका हाथ से नहीं जाने दिया। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पलटवार करते हुए कहा,“राहुल बाबा को नोबेल तो मिलना ही चाहिए, लेकिन तब जब वो 99 बार चुनाव हार चुके हों। वैसे कांग्रेस के लिए ‘पाखंड और हार’ का नोबेल तो पहले से रिजर्व है।”
बीजेपी ने आगे कांग्रेस पर 1975 की इमरजेंसी और 1984 के दंगों का हवाला देते हुए कहा कि अगर लोकतंत्र की हत्या के लिए कोई पुरस्कार होता, तो उसका सबसे बड़ा दावेदार कांग्रेस ही होती।
कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी देश में “तानाशाही” के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं विपक्षी दलों का कहना है कि राहुल “संविधान बचाने” के मिशन पर हैं, भले ही जनता बार-बार उन्हें चुनावी मैदान में अस्वीकार करती रही हो।
जहां कांग्रेस राहुल गांधी को लोकतंत्र का मसीहा बताने में व्यस्त है, वहीं जनता शायद सोच रही है,नोबेल तो दूर, अगला चुनाव जीतना ही सबसे बड़ा सम्मान होगा!