भारत की डिजिटल शक्ति में 10 गुना उछाल: सिंधिया
IMC 2025 में केंद्रीय मंत्री ने कहा- अगले दशक में GDP में 20% योगदान देगी डिजिटल अर्थव्यवस्था
- केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत का टेलीकॉम और डिजिटल सेक्टर में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है।
- भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था अगले दशक में देश की GDP में 20% का योगदान देने की ओर अग्रसर है।
- स्वदेशी 4G स्टैक को BSNL के 1 लाख साइटों पर तैनात किया गया; 6G गठबंधन का लक्ष्य वैश्विक IP शेयर में 10% हिस्सेदारी सुरक्षित करना है।
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर: केंद्रीय संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज नई दिल्ली के यशोभूमि में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 के दौरान मीडिया से बातचीत की। संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी और सचिव (दूरसंचार) डॉ. नीरज मित्तल की उपस्थिति में, मंत्री सिंधिया ने IMC 2025 को भारत की डिजिटल यात्रा में एक “ऐतिहासिक अवसर” बताया।
मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के कारण पिछले 11 वर्षों में टेलीकॉम और डिजिटल समावेश देश की अर्थव्यवस्था के विकास का केंद्र बन गया है। उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में टेलीकॉम और डिजिटल सेक्टर में अभूतपूर्व बदलाव आया है। आज हमारे पास 1.2 अरब सब्सक्राइबर हैं—यह दुनिया का सबसे बड़ा पहुंच वाला बाजार है। दुनिया के 20% मोबाइल सब्सक्राइबर भारत में हैं।”
श्री सिंधिया ने पिछले एक दशक की शानदार प्रगति को रेखांकित करते हुए बताया कि देश में इंटरनेट कनेक्टिविटी 250 मिलियन से बढ़कर 974 मिलियन उपयोगकर्ताओं तक पहुंच गई है, जबकि ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी 60 मिलियन से बढ़कर 934 मिलियन उपयोगकर्ताओं तक पहुंच गई है। उन्होंने यह भी बताया कि डिजिटल अर्थव्यवस्था आज भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 12-14% का योगदान करती है और अगले दशक में इसके 20% तक बढ़ने की उम्मीद है।
सरकार की बदली भूमिका: नियामक से सुविधाप्रदाता तक
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने दो विशिष्ट बदलाव लाए हैं: पहला, सरकार की भूमिका नियामक (Regulator) से हटकर सुविधाप्रदाता (Facilitator) की बन गई है। दूसरा, सरकार ने “समग्र-सरकारी दृष्टिकोण” (Whole-of-Government approach) अपनाते हुए अन्य मंत्रालयों और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम किया है। इस सहयोग की भावना को दर्शाते हुए, मंत्री ने बताया कि IMC 2025 को सफल बनाने के लिए 30 मंत्रालयों ने एक साथ काम किया है।
स्वदेशी तकनीक का परचम: 4G से 6G का लक्ष्य
स्वदेशी दूरसंचार प्रौद्योगिकी में भारत की लंबी छलांग पर प्रकाश डालते हुए, श्री सिंधिया ने बताया कि भारत अब दुनिया का पांचवां देश बन गया है जिसके पास अपना स्वदेशी 4G स्टैक है। इसे 27 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया था। केवल 20 महीनों की छोटी अवधि के भीतर, भारत ने एक पूरी तरह से स्वदेशी 4G प्रणाली विकसित की है, जिसे अब 1,00,000 BSNL टावरों पर सफलतापूर्वक तैनात किया गया है। उन्होंने “भारत में बनाओ, विश्व के लिए बनाओ” (Build in India, Build for the World) के आदर्श वाक्य पर जोर देते हुए कहा कि इस स्टैक को जल्द ही 5G में अपग्रेड किया जाएगा।
मंत्री ने उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना की शानदार सफलता को भी साझा किया, जिसने दूरसंचार विनिर्माण में ₹91,000 करोड़ की बिक्री, ₹17,800 करोड़ का निर्यात किया है और 20,000 से अधिक नई नौकरियां पैदा की हैं।
उभरती प्रौद्योगिकियों में भारत के नेतृत्व पर बोलते हुए, उन्होंने भारत 6G एलायंस (Bharat 6G Alliance) का उल्लेख किया, जो असाधारण काम कर रहा है। उन्होंने कहा, “6G मानकों को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, हम भारत 6G एलायंस को वैश्विक IP इक्विटी में कम से कम 10% हासिल करने के लक्ष्य के साथ सहायता कर रहे हैं।”
साइबर सुरक्षा और डिजिटल सुरक्षा के बढ़ते महत्व को संबोधित करते हुए, मंत्री ने साइबर सुरक्षा लैब और फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर जैसे उपकरणों की उपलब्धियों पर भी जोर दिया, जिन्होंने पिछले एक वर्ष में नागरिकों की डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।