भारत तकनीकी शक्ति के रूप में उभर रहा है: ज्योतिरादित्य सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन में बताया – आत्मनिर्भरता ही भविष्य की कुंजी
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर: संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने रविवार को नई दिल्ली में आयोजित चौथे कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन (Kautilya Economic Conclave) में भारत की सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्वदेशी टेलीकॉम क्षेत्रों में नेतृत्व क्षमता को रेखांकित किया।
कार्यक्रम का विषय था — “Communications: Emerging Technologies”। इस अवसर पर सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक अस्थिरता को अवसर में बदला है। उन्होंने कहा, “भारत आज न्याय और समानता की आवाज़ है, विभाजित भू-राजनीतिक समूहों के बीच सेतु है, और विश्व को दिशा देने वाली शक्ति बन चुका है।”
₹76,000 करोड़ का सेमीकंडक्टर मिशन
सिंधिया ने बताया कि कोविड-19 महामारी ने दुनिया को माइक्रोचिप्स पर निर्भरता का कड़ा सबक दिया। इसी के मद्देनज़र भारत ने ₹76,000 करोड़ का सेमीकंडक्टर मिशन शुरू किया है, जिसने अब तक ₹1.6 लाख करोड़ से अधिक का निवेश आकर्षित किया है और 85,000 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने इसे “आत्मनिर्भर और भविष्य-तैयार भारत की नींव” बताया।
आर्थिक शक्ति और वैश्विक नेतृत्व
सिंधिया ने कहा कि वैश्विक संकटों के बावजूद भारत ने वित्त वर्ष 2025–26 की पहली तिमाही में 7.8% GDP वृद्धि दर्ज की। भारत आज ग्लोबल साउथ का केंद्र बिंदु बन चुका है और कठिन समय में वैश्विक समृद्धि का साझेदार भी।
टेलीकॉम और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर
उन्होंने बताया कि भारत में आज 1.22 अरब मोबाइल उपभोक्ता और 94.4 करोड़ ब्रॉडबैंड यूजर्स हैं — जो पिछले दशक में पंद्रह गुना वृद्धि को दर्शाता है। भारत ने मात्र 22 महीनों में 99.8% ज़िलों तक सबसे तेज़ 5G रोलआउट कर इतिहास रचा।
उन्होंने कहा कि UPI जैसी डिजिटल व्यवस्था अब हर वर्ष 260 अरब लेनदेन संभालती है, जो विश्व के कुल डिजिटल भुगतान का 46% हिस्सा है।
BSNL और स्वदेशी 4G स्टैक
सिंधिया ने BSNL के पूर्णतः स्वदेशी 4G स्टैक को आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक बताया। यह तकनीक C-DOT, टेजस नेटवर्क्स और TCS द्वारा विकसित की गई है।
उन्होंने बताया कि BSNL ने अब तक 92,564 टावर स्थापित किए हैं और 17 साल बाद मुनाफे में लौटा है। कंपनी के उपभोक्ता पिछले एक वर्ष में 78 लाख से बढ़कर 2.2 करोड़ हो गए हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन
AI को संचार की “अगली सीमारेखा” बताते हुए सिंधिया ने कहा कि भारत IndiaAI Mission के माध्यम से स्वदेशी AI इन्फ्रास्ट्रक्चर बना रहा है। निजी कंपनियाँ GPU में ₹20,000 करोड़ से अधिक का निवेश कर रही हैं, और कुल AI इकोसिस्टम में $10 अरब से अधिक के निवेश की संभावना है।
उन्होंने कहा कि भारतीय AI को भारतीय भाषाओं और जरूरतों पर आधारित होना चाहिए, और “भाषिणी” ऐप इसका सशक्त उदाहरण है। सिंधिया ने घोषणा की — “भारत विश्व के शीर्ष पाँच AI देशों में शामिल होगा।”
भारत की वैश्विक प्रगति
सिंधिया ने कहा कि फिनटेक, टेलीकॉम, नवीकरणीय ऊर्जा और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में भारत ने ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं और वर्ष 2027 तक विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा, “भारत की सफलता स्वदेशी नवाचार, आत्मनिर्भरता और वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना का परिणाम है।”