ट्रंप टैरिफ के बाद भारत-ब्राजील की नजदीकी बढ़ी, नई साझेदारी से मजबूत होंगे रक्षा और ऊर्जा संबंध
नई दिल्ली में हुए भारत-ब्राजील के छठे रणनीतिक संवाद में दोनों देशों ने रक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य और दुर्लभ खनिजों पर साझेदारी बढ़ाने का फैसला किया। अमेरिकी टैरिफ के बाद यह साझेदारी भारत के लिए नई आर्थिक और सामरिक संभावनाओं का रास्ता खोल रही है।
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एनएसए अजीत डोभाल और ब्राजील के विशेष सलाहकार सेल्सो अमोरिम के बीच नई दिल्ली में हुई बैठक
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रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, दवाओं और दुर्लभ खनिजों पर गहन चर्चा
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अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम करने के लिए सहयोग पर जोर
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ब्रिक्स और आईबीएसए जैसे वैश्विक मंचों पर मिलकर काम करने की योजना
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर: दिल्ली में शुक्रवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और ब्राजील के राष्ट्रपति के विशेष सलाहकार सेल्सो अमोरिम के बीच छठा भारत-ब्राजील रणनीतिक संवाद आयोजित हुआ। बैठक में दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और रणनीतिक सहयोग को नई दिशा देने पर सहमति जताई।
रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों ने आतंकवाद विरोधी प्रयासों और सीमा सुरक्षा पर संयुक्त पहल करने का निर्णय लिया। ऊर्जा और दुर्लभ खनिजों के क्षेत्र में साझेदारी भी बढ़ेगी, जिससे भारत तकनीकी उत्पादन और बैटरी निर्माण में आत्मनिर्भर बन सकेगा।
स्वास्थ्य क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया गया है ताकि भविष्य की महामारी जैसी चुनौतियों का सामना बेहतर ढंग से किया जा सके। दोनों पक्षों ने ब्रिक्स, आईबीएसए और आगामी सीओपी-30 (ब्राजील, 2025) जैसे मंचों पर जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर मिलकर काम करने के अवसर तलाशने पर भी चर्चा की।
अगस्त 2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और ब्राजील पर 50% टैरिफ लगाए जाने के बाद यह साझेदारी और महत्वपूर्ण हो गई है। उसी के बाद दोनों देशों ने आर्थिक सहयोग को बढ़ाकर अमेरिकी नीतियों के प्रभाव को संतुलित करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
भारत के लिए यह संवाद न केवल वैश्विक मंचों पर उसकी स्थिति मजबूत करेगा बल्कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को भी आगे बढ़ाएगा। उम्मीद की जा रही है कि ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा 2026 की शुरुआत में भारत का दौरा करेंगे, जिससे इस सहयोग को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।