कटारिया हैं राम के सच्चे अनुयायी: दवेश मोदगिल

राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने किया धर्म के मार्ग पर चलने का आह्वान; भारतीय मूल्यों को विश्व तक ले जाने पर जोर

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  • राम भक्त का सम्मान: चंडीगढ़ के पूर्व महापौर दवेश मौदगिल ने राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को भगवान राम का सच्चा अनुयायी बताया।
  • नैतिक जीवन पर जोर: राज्यपाल कटारिया ने नागरिकों से धर्म के मार्ग पर चलकर नैतिक मूल्यों पर आधारित जीवन जीने का आग्रह किया।
  • विश्वव्यापी संस्कृति: पूर्व सांसद सत्य पाल जैन ने भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों को वैश्विक स्तर पर प्रसारित करने का समय बताया।

समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 4 अक्तूबर 2025: चंडीगढ़ के सेक्टर 48 में न्यू श्री तिरुपति बालाजी संस्थान द्वारा आयोजित दशहरा पर्व पर धर्म और राजनीति के समन्वय का एक अनूठा दृश्य देखने को मिला। इस भव्य आयोजन में पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उनके साथ सांसद श्री मनीष तिवारी, पूर्व सांसद श्री सत्य पाल जैन और पूर्व महापौर श्री दवेश मोदगिल विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए।

इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत करते हुए, भाजपा नेता और पूर्व महापौर श्री दवेश मोदगिल ने उनके व्यक्तित्व और कार्यशैली की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। मोदगिल ने कहा कि श्री कटारिया भगवान राम के सच्चे अनुयायी हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि कटारिया ने अपनी कर्मठता, ईमानदारी और सरल स्वभाव के कारण न केवल राम भक्तों का, बल्कि चंडीगढ़ में सभी धर्मों के लोगों का मन जीत लिया है। मोदगिल का यह बयान राज्यपाल कटारिया के सार्वजनिक जीवन में नैतिक मूल्यों के महत्व को दर्शाता है।

राज्यपाल कटारिया का आह्वान: जीवन में सार्थक करें दशहरा संदेश

दशहरे के पावन अवसर पर, राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने अपने संदेश में सभी नागरिकों से नैतिकता पर आधारित जीवन जीने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि दशहरे का मुख्य संदेश “अधर्म पर धर्म की जीत” है, और इस संदेश को केवल पर्व के रूप में नहीं मनाना चाहिए, बल्कि इसे अपने जीवन और समाज में भी सार्थक बनाना चाहिए। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे धर्म के मार्ग पर चलें और नैतिक मूल्यों को अपनाकर समाज को एक नई दिशा दें।

सांसद श्री मनीष तिवारी ने इस अवसर पर समस्त चंडीगढ़ वासियों को दशहरे की शुभकामनाएँ दीं और लोगों से आह्वान किया कि वे समाज में व्याप्त सभी तरह की बुराइयों के विरुद्ध संघर्ष करें।

भारतीय संस्कृति को विश्व मंच पर ले जाने की आवश्यकता

पूर्व सांसद श्री सत्य पाल जैन ने विजय दशमी पर्व के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए एक महत्वपूर्ण बात कही। उन्होंने कहा कि अब वह समय आ गया है जब भारतीय संस्कृति, भारतीय धार्मिक परम्पराओं और भारतीय जीवन मूल्यों को सारे विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाने का प्रयास किया जाए। श्री जैन ने सेक्टर 43 में आयोजित समारोह में रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन भी किया।

पूर्व महापौर दवेश मोदगिल ने राष्ट्र को मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि भारत की जनता अपनी भूली हुई ताकत का अहसास करे और भारतीय परंपराओं पर विश्वास करके देश को इतना शक्तिशाली बनाए, जिससे देश में मौजूद सभी तरह के ‘रावणों’ (बुराइयों) का सर्वनाश हो सके। इस कार्यक्रम में श्री हनीत सिंह, श्री अजय कुमार पांडेय, श्री जसज्योत सिंह, श्री मुकेश कपूर, श्री निर्मल सिंह, श्री गुरविंदर सिंह, श्रीमती अनामिका वालिया, श्रीमती रमा मथारू, डॉ. राजेश मितल, सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। यह आयोजन धार्मिक उत्साह के साथ-साथ सार्वजनिक जीवन में नैतिक मूल्यों और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

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