ब्रिटेन में भारतीय त्योहारों की धूम, भारतीय संस्कृति का प्रसार

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  • सांस्कृतिक चर्चा: ब्रिटेन में भारतीय त्योहारों के बढ़ते प्रचलन और संस्कृति के संरक्षण पर ‘नारी तू नारायणी’ कार्यक्रम में चर्चा।
  • प्रमुख अतिथि: कार्यक्रम में पूजा लखमानिया (Events 2 Empower की संस्थापक) और लता पोपट (कलानी सेवा नवरात्रि की आयोजक) ने भाग लिया।
  • प्रवासी भारतीयों का योगदान: अतिथियों ने बताया कि कैसे प्रवासी भारतीय समुदाय त्योहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ है।

समग्र समाचार सेवा
लंदन, 7 सितंबर 2025: ब्रिटेन में भारतीय त्योहारों के बढ़ते उत्साह पर चर्चा करने के लिए ‘इंस्पायरिंग इंडियन वुमेन’ द्वारा ‘नारी तू नारायणी’ नामक एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार मधु चौरसिया ने मेज़बानी की, और दो प्रमुख अतिथि, पूजा लखमानिया और लता पोपट, ने ब्रिटेन में भारतीय संस्कृति के महत्व और प्रसार पर अपने विचार साझा किए। यह कार्यक्रम यह दर्शाता है कि कैसे भारतीय समुदाय विदेशों में भी अपनी सांस्कृतिक विरासत को जीवंत बनाए हुए है।

ब्रिटेन में भारतीय समुदाय लगातार बढ़ रहा है, और इसके साथ ही भारतीय त्योहारों का प्रभाव भी बढ़ रहा है। दुर्गा पूजा, दिवाली, होली और गणेशोत्सव जैसे त्योहार अब केवल भारतीय घरों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये पूरे ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर मनाए जाते हैं। इस विषय पर गहन चर्चा के लिए ‘इंस्पायरिंग इंडियन वुमेन’ ने एक मंच प्रदान किया।

पूजा लखमानिया का योगदान

कार्यक्रम में पहली अतिथि पूजा लखमानिया ने अपने अनुभवों को साझा किया। पूजा ‘Events 2 Empower’ की संस्थापक और निदेशक हैं। वह लंदन के बार्किंग में रहती हैं और सामुदायिक कार्यक्रमों, सांस्कृतिक उत्सवों और कल्याणकारी कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना, परिवारों का सहयोग करना और लोगों को एक साथ लाना है। उन्होंने बताया कि कैसे उनके इवेंट्स के माध्यम से विभिन्न समुदायों के लोग भारतीय संस्कृति को जानते हैं और उसका हिस्सा बनते हैं।

पूजा ने कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ मनोरंजन नहीं है, बल्कि लोगों को सशक्त महसूस कराना और उन्हें अपनी संस्कृति पर गर्व करना सिखाना है। ब्रिटेन में भारतीय त्योहार मनाना हमारी पहचान को मजबूत करता है और अगली पीढ़ी को हमारी परंपराओं से जोड़ता है।”

लता पोपट की प्रेरणादायक कहानी

कार्यक्रम में दूसरी अतिथि लता पोपट ने अपनी जीवन यात्रा के बारे में बताया। उनका जन्म युगांडा, पूर्वी अफ्रीका में एक गुजराती हिंदू परिवार में हुआ था। वह अपने पति जयंती पोपट और बेटी शीना के साथ ‘कलानी सेवा नवरात्रि’ की आयोजक हैं। लता ने बताया कि कैसे इदी अमीन के शासन में सभी भारतीयों को युगांडा छोड़ने के बाद वह अपने परिवार के साथ ब्रिटेन आईं। शुरुआत में वे लीसेस्टर में रहीं और बाद में शादी के बाद लंदन चली गईं।

लता ने अपने संघर्षों और अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि, “संगीत और योग के प्रति मेरे जुनून ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है। नवरात्रि जैसे त्योहारों का आयोजन करना हमारे लिए सिर्फ एक परंपरा नहीं है, बल्कि यह हमारी आस्था और जड़ों से जुड़ने का एक तरीका है।” उन्होंने बताया कि कैसे ‘कलानी सेवा नवरात्रि’ जैसे आयोजनों ने ब्रिटेन में भारतीय समुदाय को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

मधु चौरसिया का सार

वरिष्ठ पत्रकार मधु चौरसिया ने दोनों अतिथियों से संवाद करते हुए इस बात पर जोर दिया कि भारतीय समुदाय ने किस तरह ब्रिटेन में अपने लिए एक खास जगह बनाई है। उन्होंने कहा कि त्योहार सिर्फ उत्सव नहीं होते, बल्कि ये सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों को बनाए रखने का जरिया होते हैं। यह कार्यक्रम यह दर्शाता है कि प्रवासी भारतीय केवल अपनी आर्थिक उन्नति पर ही ध्यान केंद्रित नहीं करते, बल्कि वे अपनी सांस्कृतिक विरासत को भी आगे बढ़ा रहे हैं।

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