पुतिन ने पीएम मोदी को किया फोन, ट्रंप से मुलाकात की दी जानकारी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अलास्का में हुई बैठक के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी से बात की, यूक्रेन पर दिया भारत का रुख।

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  • रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को फोन कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई अपनी हालिया बैठक के बारे में जानकारी दी।
  • यह फोन कॉल ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका और रूस के बीच संबंधों में तनाव है, और यह भारत-रूस के मजबूत रिश्तों को दर्शाता है।
  • पीएम मोदी ने एक बार फिर यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के रुख को दोहराया और सभी कूटनीतिक प्रयासों का समर्थन करने की बात कही।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19 अगस्त, 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अलास्का में एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। यह राजनयिक कदम कई मायनों में बेहद अहम है। पुतिन ने खुद फोन कर पीएम मोदी को ट्रंप से हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी, जो दर्शाता है कि रूस, भारत को एक विश्वसनीय और रणनीतिक सहयोगी के रूप में देखता है। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब रूस और अमेरिका के संबंध तनावपूर्ण हैं। यह कॉल भारत की विदेश नीति की स्वतंत्रता और वैश्विक मंच पर उसके बढ़ते प्रभाव को भी रेखांकित करती है।

यूक्रेन पर भारत का रुख फिर साफ

फोन पर हुई बातचीत में पुतिन ने अलास्का बैठक के प्रमुख बिंदुओं और अपने आकलन को पीएम मोदी के साथ साझा किया। हालांकि, दोनों नेताओं के बीच चर्चा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा रूस-यूक्रेन संघर्ष रहा। पीएम मोदी ने इस मौके पर एक बार फिर भारत के रुख को दोहराया कि इस विवाद का एकमात्र समाधान बातचीत और कूटनीति से ही संभव है। उन्होंने कहा, “भारत ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का लगातार आह्वान किया है और इस संबंध में सभी प्रयासों का समर्थन करता है।” यह भारत की तटस्थता और शांति की वकालत करने वाली विदेश नीति को दर्शाता है।

द्विपक्षीय संबंधों पर हुई चर्चा

पुतिन और पीएम मोदी ने यूक्रेन के मुद्दे पर चर्चा करने के अलावा, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर भी बात की। दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी” को और मजबूत करने के तरीकों पर जोर दिया। इस बातचीत के दौरान व्यापार, ऊर्जा और रक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। पीएम मोदी ने पुतिन को इस साल के अंत में भारत आने का न्योता भी दिया है, जहां दोनों देशों के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन होने की उम्मीद है।

वैश्विक भू-राजनीति में भारत की भूमिका

डोनाल्ड ट्रंप, जो 2025 में अमेरिका के राष्ट्रपति हैं, ने भारत पर रूस से तेल आयात के लिए टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। इस पृष्ठभूमि में पुतिन का पीएम मोदी को फोन करना और ट्रंप के साथ बैठक की जानकारी देना एक बड़ा राजनयिक संकेत है। यह दर्शाता है कि रूस इस समय भारत को अपने एक महत्वपूर्ण वैश्विक साझेदार के रूप में देख रहा है, खासकर जब उसके पश्चिमी देशों के साथ संबंध अच्छे नहीं हैं। भारत भी अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस से कम दाम पर तेल आयात जारी रखे हुए है। यह फोन कॉल, जटिल भू-राजनीतिक समीकरणों के बीच भारत की संतुलित और स्वतंत्र विदेश नीति को रेखांकित करती है।

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