100 साल के महातिर से मिले डॉ. विजय जौली, पहनाया राम मंदिर का केसरिया दुपट्टा

भाजपा नेता डॉ. विजय जौली ने मलेशिया के पूर्व पीएम डॉ. महातिर बिन मोहम्मद से मुलाकात की, 'अयोध्या राम मंदिर' का दुपट्टा पहनाकर किया सम्मानित।

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  • वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. विजय जौली ने 100 वर्षीय मलेशियाई पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. महातिर बिन मोहम्मद से मुलाकात की।
  • इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने यूक्रेन, रूस, इजराइल और भारत-पाकिस्तान सहित कई वैश्विक मुद्दों पर शांति की बात की।
  • डॉ. जौली ने एक कट्टर मुस्लिम नेता महातिर बिन मोहम्मद को अयोध्या राम मंदिर का केसरिया दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया, जो दोनों देशों की मैत्री का प्रतीक बना।

समग्र समाचार सेवा
कौलालंपुर, मलेशिया, 18 अगस्त 2025: भारत और मलेशिया के बीच ‘पीपुल टू पीपुल मैत्री’ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, वरिष्ठ भाजपा नेता और ‘वैश्विक भारत ब्रांड एंबेसडर’ डॉ. विजय जौली ने मलेशिया के दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. महातिर बिन मोहम्मद से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। पुत्र जया स्थित इस शिष्टाचार भेंट के दौरान, दोनों नेताओं ने वैश्विक मुद्दों, क्षेत्रीय संघर्षों और द्विपक्षीय संबंधों पर खुलकर बात की। 100 वर्ष की आयु में भी डॉ. महातिर की सक्रियता और वैश्विक राजनीति की समझ ने डॉ. जौली को प्रभावित किया। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

युद्ध और रक्तपात का युग नहीं है: महातिर

दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में वैश्विक संघर्षों पर विशेष जोर दिया गया। डॉ. महातिर ने यूक्रेन-रूस, इजराइल-हमास और भारत-पाकिस्तान संघर्षों पर अपनी राय रखते हुए शांति और संवाद का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं का समाधान युद्ध से नहीं, बल्कि कूटनीति से होना चाहिए। इस दौरान, उन्होंने मास्को में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान को दोहराया, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह “युद्ध और रक्तपात का युग नहीं है”। यह दर्शाता है कि डॉ. महातिर भी भारत की शांतिप्रिय विदेश नीति के समर्थक हैं। डॉ. जौली ने इस मुलाकात में उन्हें पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और निर्दोष भारतीय हिंदुओं के नरसंहार के बारे में भी अवगत कराया।

राम मंदिर का केसरिया दुपट्टा: एक खास तोहफा

इस मुलाकात का सबसे महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक पल वह था जब डॉ. जौली ने डॉ. महातिर को अयोध्या राम मंदिर का केसरिया दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया। डॉ. महातिर को एक कट्टर मुस्लिम नेता के रूप में जाना जाता है, ऐसे में उन्हें हिंदू धर्म के सबसे बड़े प्रतीकों में से एक, राम मंदिर का दुपट्टा पहनाना, दोनों देशों के बीच धार्मिक सद्भाव और आपसी सम्मान का एक बड़ा संदेश देता है। यह इस बात का भी प्रतीक है कि धर्म की दीवारें दो देशों के लोगों और नेताओं को एक-दूसरे से जुड़ने से नहीं रोक सकतीं। डॉ. जौली ने उन्हें ‘156 देशों के जल से राम लला का जलाभिषेक’ कार्यक्रम पर प्रकाशित एक रंगीन पुस्तिका भी भेंट की, जो राम मंदिर की वैश्विक स्वीकार्यता को दर्शाती है।

आर्थिक सुधारों के निर्विवाद नेता

डॉ. विजय जौली ने डॉ. महातिर बिन मोहम्मद को मलेशिया के आर्थिक सुधारों और विकास का निर्विवाद नेता स्वीकार किया। डॉ. महातिर ने कुल 24 वर्षों तक मलेशिया के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया, पहली बार 1981 से 2003 तक, और फिर 92 वर्ष की आयु में 2018 में दोबारा प्रधानमंत्री बने। उनका 75 वर्षों से अधिक का राजनीतिक जीवन अपने आप में एक मिसाल है। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व ने मलेशिया को एक आर्थिक शक्ति बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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