समग्र समाचार सेवा
कनाडा 5 अगस्त– कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में स्थित गुरु नानक सिख गुरुद्वारा परिसर में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। यहां पर तथाकथित “रिपब्लिक ऑफ खालिस्तान” का एक दूतावास स्थापित कर दिया गया है, जो सीधे तौर पर मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का समर्थन करता है।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत और कनाडा के रिश्तों में थोड़ी नरमी और सुधार के संकेत दिखने लगे थे। लेकिन इस नई गतिविधि ने दोनों देशों के बीच फिर से राजनयिक तनाव को हवा दे दी है।
क्या है मामला?
“Embassy of the Republic of Khalistan” का बोर्ड अब सरे के गुरु नानक सिख गुरुद्वारा के एक हिस्से में लगाया गया है। इस जगह को खालिस्तान समर्थक संगठन *सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ)* द्वारा प्रचारित स्वतंत्र खालिस्तान राष्ट्र की प्रतीकात्मक राजधानी बताया जा रहा है।
भारत पहले ही कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियों और वहां की सरकार की नरमी को लेकर कई बार आपत्ति दर्ज करा चुका है। अब इस तथाकथित दूतावास के स्थापित होने से भारत की चिंताएं और गहरी हो गई हैं।
भारत की नजर
भारत सरकार इस पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखे हुए है। विशेषकर तब, जब SFJ कनाडा में एक नया खालिस्तान जनमत संग्रह आयोजित करने की योजना बना रहा है। यह वही संगठन है जिसने पहले भी भारत विरोधी और सिख समुदाय को भड़काने वाले कई अभियान चलाए हैं।
हरदीप सिंह निज्जर, जो 2023 में सरे में मारा गया था, भारत के अनुसार एक वांछित आतंकी था। लेकिन कनाडा सरकार ने उस पर कभी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की। अब उसी निज्जर को नायक बनाकर यह कथित दूतावास उसी जगह पर खोला गया है, जहां वह प्रमुख भूमिका में था।
कनाडा की भूमिका सवालों के घेरे में
कनाडा में लंबे समय से खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर भारत चिंता जताता रहा है, लेकिन वहाँ की सरकार ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ की दुहाई देती रही है। अब इस तरह की खुलेआम राष्ट्रविरोधी गतिविधियाँ भारत-कनाडा संबंधों को और उलझा सकती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना प्रधानमंत्री की खामोशी और सिख वोटबैंक पर निर्भरता को भी उजागर करती है।
खालिस्तान के नाम पर कनाडा की जमीन का इस्तेमाल एक बार फिर भारत की संप्रभुता और विदेश नीति के लिए चुनौती बनकर उभरा है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि भारत इस पर कैसी कूटनीतिक प्रतिक्रिया देता है और क्या कनाडा इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई करता है या फिर खामोश रहता है।