पूनम शर्मा
‘भारत की अर्थव्यवस्था मृत है’ — यह बयान राहुल गांधी ने X (पूर्व ट्विटर) पर दिया, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था आज वैश्विक अस्थिरता, व्यापार संकट और भू-राजनीतिक तनावों के बीच भी मजबूती से खड़ी है। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत ने 6.5% की वास्तविक GDP वृद्धि और 9.8% की नाममात्र GDP वृद्धि दर्ज की — यह बताने के लिए काफी है कि भारत की आर्थिक नब्ज कितनी तेज़ चल रही है।
वैश्विक मंदी में भारत सबसे तेज़
जहाँ अमेरिका (1.5%), जर्मनी (0.9%), फ्रांस (0.6%) और जापान (0.5%) जैसे विकसित देश धीमी आर्थिक वृद्धि से जूझ रहे हैं, वहीं भारत के लिए 6.5% की अनुमानित वृद्धि (FY26) उसे दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना देती है।
मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार और वित्तीय स्थिरता
भारत के पास $695 बिलियन से अधिक का विदेशी मुद्रा भंडार है। चालू खाता घाटा (CAD) केवल 0.9% और राजकोषीय घाटा (Fiscal Deficit) 4.4% रहने का अनुमान है, जो बताता है कि भारत आर्थिक अनुशासन के साथ वृद्धि कर रहा है। FY25 में CAD केवल 0.6% था और राजकोषीय घाटा 4.8% — दोनों ही अनुमान से बेहतर।
इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल क्रांति
PM मोदी की अगुवाई में देश में तेज़ी से डिजिटल और भौतिक बुनियादी ढांचे का विकास हुआ।
दिसंबर 2024 तक भारत में 944.97 मिलियन ब्रॉडबैंड यूज़र।
UPI ट्रांजैक्शनों में हर माह 25 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन।
GST संग्रह अप्रैल 2025 में 2.37 लाख करोड़ रुपये, अब तक का रिकॉर्ड।
स्टार्टअप और नवाचार
हर घंटे 4 नए स्टार्टअप रजिस्टर हो रहे हैं।
भारत के पास 118 यूनिकॉर्न हैं — हर दस में से एक यूनिकॉर्न भारतीय है।
68 लाख नौकरियाँ पिछले 6 वर्षों में इन स्टार्टअप्स ने पैदा कीं।
कृषि और ग्रामीण सशक्तिकरण
PM-KISAN के तहत ₹3.89 लाख करोड़ सीधे किसानों को।
25 करोड़ सॉइल हेल्थ कार्ड जारी।
2300 से अधिक किसान रेल सेवाएं और 10,000 FPO स्थापित।
PMMSY और सागरमाला परियोजनाएं ब्लू इकोनॉमी को नया आकार दे रही हैं।
स्वास्थ्य और शिक्षा में क्रांति
आयुष्मान भारत योजना से 50 करोड़ लोग लाभान्वित।
IITs की संख्या 16 से बढ़कर 23, AIIMS 8 से 23।
MBBS सीटें 51,348 से बढ़कर 1.18 लाख।
574 नए विश्वविद्यालय और 13,461 नए कॉलेज स्थापित हुए।
आम आदमी को राहत
PM आवास योजना के तहत 4.2 करोड़ घर मंज़ूर और 3 करोड़ और मंजूरी की तैयारी।
UJALA योजना से 36.87 करोड़ LED बल्ब वितरित, सालाना ₹19,153 करोड़ की बचत।
DBT के ज़रिए ₹44 लाख करोड़ सीधे लाभार्थियों के खाते में गए।
81 करोड़ लोगों को PM गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त राशन।
ऊर्जा, महिला और ग्रामीण उत्थान
लाखपति दीदी और ड्रोन दीदी जैसी योजनाएं ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं।
PM सौभाग्य योजना से 3 करोड़ से अधिक घरों में बिजली पहुँची।
73% घर महिलाओं के नाम पर रजिस्टर्ड हैं — PM आवास योजना का बड़ा बदलाव।
वैश्विक मंच पर भारत की नई पहचान
2023 में G20 की सफल मेज़बानी,
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की वैश्विक मान्यता,
रक्षा उत्पादन में 300% वृद्धि,
Make in India के तहत 99% मोबाइल अब भारत में बनते हैं।
महंगाई पर काबू
जून 2025 में CPI महज 2.1% और WPI -0.13%।
खाद्य मुद्रास्फीति -1.06% — मध्यवर्ग के लिए राहत की बड़ी खबर।
राहुल गांधी जैसे नेता जब भारत की अर्थव्यवस्था को “मृत” कहते हैं, तो वे न केवल तथ्यों से मुंह मोड़ते हैं, बल्कि उन करोड़ों भारतीयों का अपमान करते हैं जिन्होंने देश को आर्थिक महाशक्ति बनाने में भागीदारी की है। मोदी सरकार की Modinomics नीति ने न केवल बुनियादी ढांचे और डिजिटल भारत को सशक्त किया, बल्कि युवाओं, महिलाओं, किसानों और मध्यम वर्ग के जीवन को भी बेहतर बनाया।
भारत की अर्थव्यवस्था ना केवल जीवित है, बल्कि वो आज वैश्विक विकास की मशाल थामे सबसे आगे चल रही है।