पटना गोलीकांड: बक्सर का खूंखार ‘शूटर’ चंदन मिश्रा था कभी खौफ का दूसरा नाम

राजधानी में वारदात के बाद सामने आई चंदन मिश्रा की पुरानी क्राइम कुंडली

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  • पटना में हालिया गोलीबारी में शामिल चंदन मिश्रा का निकला पुराना आपराधिक इतिहास।
  • बक्सर में कुख्यात शेरू गैंग का सदस्य था चंदन मिश्रा, कई हत्याओं में शामिल।
  • पुलिस की जांच में सामने आ रही है चंदन मिश्रा की डरावनी कहानी।

समग्र समाचार सेवा
पटना, 19 जुलाई 2025: पटना में हुई हालिया गोलीबारी की घटना ने एक बार फिर बिहार में अपराध के बढ़ते ग्राफ पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस सनसनीखेज वारदात में जिस मुख्य आरोपी चंदन मिश्रा का नाम सामने आया है, उसकी आपराधिक कुंडली अब पुलिस जांच में परत-दर-परत खुल रही है। चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि चंदन मिश्रा कभी बक्सर जिले में कुख्यात अपराधी शेरू गैंग का एक महत्वपूर्ण सदस्य था और उसका नाम कई हत्याओं और गंभीर आपराधिक मामलों से जुड़ा रहा है।

बक्सर में खौफ का पर्याय था शेरू गैंग

पुलिस सूत्रों के अनुसार, चंदन मिश्रा का आपराधिक सफर बक्सर जिले से शुरू हुआ था, जहां वह शेरू गैंग के लिए काम करता था। शेरू गैंग, अपने समय में बक्सर और आसपास के क्षेत्रों में आतंक का दूसरा नाम था। इस गैंग के सदस्यों पर हत्या, लूट, रंगदारी और अपहरण जैसे कई गंभीर आरोप थे। चंदन मिश्रा इस गैंग के भीतर एक सक्रिय शूटर के रूप में जाना जाता था, और उसकी संलिप्तता कई खूनी वारदातों में पाई गई थी, जिसने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला रखी थी।

पटना कनेक्शन और क्राइम ग्राफ का बढ़ना

बक्सर से पटना तक चंदन मिश्रा के आपराधिक नेटवर्क का विस्तार बिहार में संगठित अपराध की बढ़ती चुनौती को दर्शाता है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि बक्सर के इस कुख्यात अपराधी का पटना में क्या नया नेटवर्क बना और किस मकसद से यह हालिया गोलीबारी की गई। यह घटना एक बार फिर राज्य की राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर तब जब हाल के दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच भी कानून-व्यवस्था को लेकर बयानबाजी देखी गई थी।

हत्याओं और वारदातों में संलिप्तता

चंदन मिश्रा पर बक्सर में रहते हुए कई हत्याओं को अंजाम देने का आरोप है। उसके नाम पर दर्ज आपराधिक मुकदमों की संख्या काफी अधिक बताई जा रही है। इन मामलों में उसकी भूमिका शूटर और षड्यंत्रकारी दोनों के रूप में रही है। पुलिस अब बक्सर पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर चंदन मिश्रा के पूरे आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाल रही है ताकि उसके अतीत और वर्तमान के बीच के कड़ियों को जोड़ा जा सके और पटना की घटना के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।

पुलिस की गहन जांच जारी

पटना पुलिस इस मामले में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। चंदन मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद उससे लगातार पूछताछ की जा रही है ताकि उसके सहयोगियों और इस घटना के पीछे के मास्टरमाइंड तक पहुंचा जा सके। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या चंदन मिश्रा ने बक्सर से अपना ठिकाना बदलकर पटना में कोई नया गिरोह बनाया था, या वह किसी मौजूदा आपराधिक संगठन का हिस्सा बन गया था। इस मामले में जल्द ही और खुलासे होने की उम्मीद है।

बिहार में अपराध नियंत्रण की चुनौती

चंदन मिश्रा जैसे अपराधियों का सक्रिय होना बिहार में अपराध नियंत्रण की चुनौती को और बढ़ा देता है। सरकार जहां ‘सुशासन’ के दावे करती है, वहीं ऐसी घटनाएं उन दावों पर सवालिया निशान लगाती हैं। पुलिस प्रशासन को न केवल इन अपराधियों को पकड़ना होगा, बल्कि उनके नेटवर्क को ध्वस्त कर अपराध के मूल कारणों पर भी प्रहार करना होगा ताकि आम जनता में सुरक्षा का माहौल स्थापित हो सके।

 

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