जेपी नड्डा से मिले चिराग पासवान, पटना गोलीबारी पर नीतीश सरकार को घेरा

बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिराग पासवान ने उठाए गंभीर सवाल

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  • चिराग पासवान ने जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद पटना में हुई गोलीबारी पर नीतीश सरकार को घेरा।
  • लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर उठाए सवाल, कहा ‘सुशासन’ का दावा खोखला।
  • बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18 जुलाई 2025: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस उच्चस्तरीय बैठक के तुरंत बाद, चिराग पासवान ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर पटना में हुई हालिया गोलीबारी की घटना को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए, नीतीश सरकार के ‘सुशासन’ के दावों को खोखला बताया।

पटना में गोलीबारी: ‘सुशासन’ पर बड़ा सवाल

पटना में हुई गोलीबारी की घटना ने एक बार फिर बिहार में अपराध के बढ़ते ग्राफ को उजागर किया है। चिराग पासवान ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राजधानी में खुलेआम ऐसी घटनाएं होना यह दर्शाता है कि अपराधियों में कानून का कोई खौफ नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि जब राजधानी का यह हाल है, तो प्रदेश के बाकी हिस्सों में आम जनता की सुरक्षा का क्या आलम होगा? यह घटना नीतीश सरकार के उस ‘सुशासन’ के नारे पर सीधा प्रश्नचिह्न लगाती है, जिसके दम पर वह सत्ता में आई थी।

गठबंधन धर्म से इतर कड़ा रुख

गौरतलब है कि चिराग पासवान की पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा है, जिसमें बिहार में जनता दल (यूनाइटेड) भी शामिल है। ऐसे में पासवान का यह बयान गठबंधन धर्म से हटकर राज्य सरकार के खिलाफ एक कड़ा रुख दर्शाता है। यह दर्शाता है कि वे बिहार में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता करने को तैयार नहीं हैं, भले ही उनकी ही गठबंधन सरकार निशाने पर क्यों न आए। उनकी जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद यह बयान और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, जिससे राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।

‘जंगलराज’ की वापसी का आरोप

चिराग पासवान ने अपने बयान में परोक्ष रूप से बिहार में ‘जंगलराज’ की वापसी की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हत्याएं, लूटपाट और रंगदारी जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं, उससे आम जनता में भय का माहौल है। उन्होंने राज्य सरकार से अपराधियों पर नकेल कसने और जनता को सुरक्षित माहौल देने के लिए तत्काल ठोस कदम उठाने की मांग की। पासवान ने कहा कि सिर्फ दावे करने से कुछ नहीं होगा, जमीन पर कार्रवाई दिखनी चाहिए।

बिहार में युवा और रोजगार: एक और चिंता

कानून-व्यवस्था के साथ-साथ चिराग पासवान ने बिहार में रोजगार के अवसरों की कमी पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब राज्य में सुरक्षा का माहौल नहीं होगा, तो कोई भी निवेशक यहां उद्योग लगाने नहीं आएगा, जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिलेंगे। उन्होंने बिहार के युवाओं के भविष्य को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि राज्य सरकार को युवाओं के लिए बेहतर माहौल बनाने पर ध्यान देना चाहिए।

केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की अपील

चिराग पासवान ने केंद्र सरकार से बिहार में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर संज्ञान लेने और आवश्यक हस्तक्षेप करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार स्थिति को नियंत्रित करने में असमर्थ है, तो केंद्र को अपनी भूमिका निभानी चाहिए ताकि बिहार की जनता को न्याय और सुरक्षा मिल सके। उनकी इस मांग से यह संकेत मिलता है कि वे इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाना चाहते हैं और केंद्र से सीधे हस्तक्षेप की उम्मीद कर रहे हैं।

राजनीतिक निहितार्थ और आगामी चुनाव

चिराग पासवान के इस बयान के गहरे राजनीतिक निहितार्थ हैं। यह आगामी चुनावों से पहले बिहार की राजनीति में एक नए समीकरण की ओर इशारा कर सकता है। भाजपा, जो बिहार में एक मजबूत गठबंधन सहयोगी है, इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है, यह देखना दिलचस्प होगा। चिराग पासवान ने स्पष्ट कर दिया है कि वे बिहार के मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे, भले ही इसके लिए उन्हें अपने गठबंधन सहयोगियों से ही क्यों न टकराना पड़े।

 

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