पश्चिम बंगाल BJP में बड़ा फेरबदल: सामिक भट्टाचार्य बने नए प्रदेश अध्यक्ष
2026 विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की नई रणनीति
समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 3 जुलाई: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा संगठनात्मक बदलाव किया है। वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सामिक भट्टाचार्य को बुधवार को सर्वसम्मति से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। यह नियुक्ति राज्य में पार्टी की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जा रही है, क्योंकि अब उनका लक्ष्य ममता बनर्जी सरकार को चुनौती देना है।
निर्विरोध चुने गए सामिक भट्टाचार्य
निवर्तमान अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी की मौजूदगी में सामिक भट्टाचार्य ने अपना नामांकन भरा। चूंकि अंतिम तिथि तक किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया, वे निर्विरोध इस पद के लिए चुन लिए गए।
दशकों पुराना अनुभव और निष्ठा
62 वर्षीय सामिक भट्टाचार्य को पार्टी का एक निष्ठावान कार्यकर्ता माना जाता है, जिन्होंने पिछले चार दशकों से भाजपा के साथ मिलकर काम किया है। 1990 के दशक में जब पश्चिम बंगाल में भाजपा का वोट शेयर मात्र 3% था, तब से वे संगठन से जुड़े हुए हैं। उनका लंबा अनुभव और पार्टी के प्रति निष्ठा उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए एक स्वाभाविक पसंद बनाती है।
सार्वजनिक चेहरा और राजनीतिक यात्रा
सामिक भट्टाचार्य वर्तमान में भाजपा के राज्य प्रवक्ता भी हैं और विभिन्न टेलीविज़न डिबेट्स में पार्टी का एक प्रमुख चेहरा रहे हैं। अप्रैल 2024 से वे राज्यसभा सांसद हैं। इससे पहले, वे 2014 से 2016 तक बसीरहाट दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। 2021 में उन्होंने राजारहाट-गोपालपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली थी।
नई चुनौतियां और आगे की राह
सामिक भट्टाचार्य की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब राज्य में 2026 के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी के भीतर मौजूद कई गुटों को एकजुट करना और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करना होगा। पश्चिम बंगाल में भाजपा को अक्सर आंतरिक कलह का सामना करना पड़ता रहा है, और भट्टाचार्य को इस पर काबू पाना होगा।
रणनीतिक कदम: ‘भद्रलोक’ वर्ग को जोड़ने का प्रयास
भाजपा का यह फैसला रणनीतिक दृष्टि से भी काफी अहम है। सामिक भट्टाचार्य एक शिक्षित, सौम्य और “भद्रलोक” वर्ग से जुड़ी छवि रखते हैं। पार्टी को उम्मीद है कि उनकी यह छवि शहरी बंगाली मतदाताओं को अधिक प्रभावी तरीके से जोड़ पाएगी, जो पारंपरिक रूप से भाजपा से कम जुड़े रहे हैं।
इस बदलाव से पहले, पूर्व अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को हाल ही में केंद्र सरकार में शिक्षा और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री नियुक्त किया गया है। सुवेंदु अधिकारी पहले ही ममता बनर्जी के खिलाफ एक मजबूत विपक्षी चेहरा बन चुके हैं।
सामिक भट्टाचार्य की नियुक्ति इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भाजपा 2026 में ममता सरकार को चुनौती देने के लिए पूरी ताकत से मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है।