पाकिस्तानी चैनलों और हस्तियों के सोशल मीडिया अकाउंट फिर से सक्रिय: क्या उठा प्रतिबंध?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद लगे बैन पर ताजा अपडेट
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 जुलाई: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत में प्रतिबंधित किए गए पाकिस्तानी चैनलों और मशहूर हस्तियों के सोशल मीडिया अकाउंट फिर से सक्रिय हो गए हैं। यह खबर उन लाखों भारतीय दर्शकों के लिए महत्वपूर्ण है जो इन प्लेटफार्मों पर पाकिस्तानी सामग्री का आनंद लेते थे। हालांकि, भारत सरकार की ओर से इस प्रतिबंध को हटाने को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, फिर भी यह बदलाव कई सवाल खड़े करता है।
ऑपरेशन सिंदूर: एक संक्षिप्त
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इस ऑपरेशन के तहत, भारत ने पाकिस्तान और PoK में आतंकवादियों के नौ ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था। इसी के साथ, भारत सरकार ने पाकिस्तान से संचालित होने वाले कई यूट्यूब चैनलों और मशहूर हस्तियों के सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध इसलिए लगाया गया था क्योंकि ये प्लेटफॉर्म कथित तौर पर भारत विरोधी प्रचार, फर्जी खबरें और सांप्रदायिक रूप से भड़काने वाली सामग्री फैला रहे थे, जिन्हें भारत में 63 मिलियन से अधिक दर्शक देखते थे।
प्रतिबंध हटने के संकेत
बुधवार को, सबा कमर, मावरा होकेन, अहद रजा मीर, हानिया आमिर, युमना जैदी और दानिश तैमूर सहित कई पाकिस्तानी फिल्म और टीवी कलाकारों के इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में दिखने लगे। इसके अलावा, हम टीवी, एआरवाई डिजिटल और हर पल जियो जैसे पाकिस्तानी समाचार और मनोरंजन चैनलों के यूट्यूब प्लेटफॉर्म भी अब भारत में स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध हैं।
क्या यह स्थायी बदलाव है?
फिलहाल, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि क्या यह प्रतिबंध स्थायी रूप से हटा दिया गया है या यह केवल एक अस्थायी तकनीकी बदलाव है। पहले, प्रतिबंध के बावजूद, कुछ भारतीय उपयोगकर्ता वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का उपयोग करके इन अकाउंट्स तक पहुंच प्राप्त कर रहे थे। अब बिना वीपीएन के इनकी उपलब्धता एक महत्वपूर्ण विकास है। भारतीय अधिकारियों की चुप्पी इस स्थिति को और अधिक रहस्यमय बनाती है।
इस घटनाक्रम पर सरकार और संबंधित एजेंसियों की प्रतिक्रिया का इंतजार है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह प्रतिबंध पूर्ण रूप से हटा लिया गया है या सरकार इस मामले पर कोई स्पष्टीकरण जारी करेगी। यह कदम भारत-पाकिस्तान संबंधों और डिजिटल सामग्री की पहुंच पर दूरगामी प्रभाव डाल सकता है।