यूटा के ISKCON मंदिर पर गोलियाँ बरसाईं गईं,अमेरिका में बढ़ते हिंदू-विरोधी

श्रद्धालु थे अंदर मौजूद; हमलों की कड़ी में नया मामला

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
सैन फ्रांसिस्को, 2 जुलाई-अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर बढ़ते हमलों की एक और भयावह कड़ी सामने आई है। यूटा के स्पैनिश फोर्क शहर में स्थित ISKCON (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कांशसनेस) के श्री श्री राधा-कृष्ण मंदिर पर लगातार कई रातों में अज्ञात हमलावरों द्वारा 20 से 30 गोलियाँ  चलाई गईं, जब मंदिर परिसर के अंदर श्रद्धालु और अतिथि मौजूद थे।

गोलियों से हुआ भारी नुकसान, मूर्तियों के पास तक गोलियाँ  
ISKCON संगठन के अनुसार, हमले में मंदिर की भव्य वास्तुकला को काफी नुकसान पहुंचा है। विशेष रूप से मंदिर की हाथ से नक्काशी की गई मेहराबें और सजावटी संरचनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। गोलियों की आवाज़ों से श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई, लेकिन सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ। मंदिर में हजारों डॉलर की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

भारत ने जताई कड़ी निंदा, की त्वरित कार्रवाई की माँग 
सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “हम यूटा के स्पैनिश फोर्क स्थित ISKCON मंदिर पर हुई गोलीबारी की घटना की कड़ी निंदा करते हैं। वाणिज्य दूतावास सभी श्रद्धालुओं और समुदाय के साथ खड़ा है और स्थानीय प्रशासन से अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने की अपील करता है।”

पिछले हमलों से मिलती है घटना की समानता
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। मार्च 2025 में कैलिफोर्निया के चीनो हिल्स में स्थित BAPS स्वामीनारायण मंदिर को भी एक ‘खालिस्तान जनमत संग्रह’ कार्यक्रम से ठीक पहले अपवित्र किया गया था। इससे पहले सितंबर 2024 में सैक्रामेंटो (कैलिफोर्निया) और न्यूयॉर्क के मंदिरों पर भी हमले हो चुके हैं, जिनमें दीवारों पर “Hindus Go Back” जैसे नफरत भरे नारे लिखे गए थे।

CoHNA ने जताई गहरी चिंता, हिंदू विरोध की साजिश की ओर इशारा
Coalition of Hindus of North America (CoHNA) ने भी इन हमलों पर गहरी चिंता जताई है। संगठन ने कहा कि ये हमले अचानक नहीं हो रहे, बल्कि ये सुनियोजित हिंदू-विरोधी घृणा अभियान का हिस्सा हैं। CoHNA ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, “एक और हिंदू मंदिर पर हमला — इस बार चीनो हिल्स का प्रसिद्ध BAPS मंदिर। यह सब उस दिन के करीब हो रहा है जब LA में ‘खालिस्तान जनमत संग्रह’ होने वाला था।”

हिंदू समुदाय एकजुट, शांति और सहिष्णुता की अपील
BAPS के सार्वजनिक मामलों के कार्यालय ने कहा, “नफरत के इस दौर में भी हिंदू समुदाय शांति, प्रेम और करुणा की भावना के साथ एकजुट है। हम अपने मंदिरों की रक्षा करेंगे और घृणा के खिलाफ डटकर खड़े रहेंगे।”

इन हमलों ने अमेरिका में बसे हिंदू समुदाय को झकझोर कर रख दिया है और वहां की धार्मिक स्वतंत्रता व सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अमेरिका में बढ़ते हिंदूफोबिया (Hinduphobia) की इन घटनाओं की निष्पक्ष जाँच  और दोषियों को सख्त सजा की मांग हर स्तर पर उठ रही है।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.