समग्र समाचार सेवा
गाजा सिटी, 30 जून: इजरायल की सेना (IDF) और इजरायली सुरक्षा प्राधिकरण (ISA) ने शुक्रवार को पुष्टि की कि हामास के सह-संस्थापक हाक़म मुहम्मद ईसा अल-ईसा को गाजा सिटी के सबरा इलाके में एक हवाई हमले में मार गिराया गया है। इजरायल ने इस हमले को एक बड़ी कामयाबी बताया है, क्योंकि अल-ईसा को 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हुए घातक हमले का मास्टरमाइंड माना जाता था।
7 अक्टूबर हमले का मास्टरमाइंड
अल-ईसा हामास के सैन्य विंग का एक वरिष्ठ सदस्य था और युद्ध से पहले संगठन की प्रमुख रणनीतिक कमान का हिस्सा था। IDF के अनुसार, उसने 7 अक्टूबर के “नरसंहार” की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस हमले में 1,200 से अधिक इजरायली मारे गए थे और 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया था। अल-ईसा की मौत को हामास के शीर्ष नेतृत्व के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
गाजा में गहराता मानवीय संकट
7 अक्टूबर के हमले के बाद से इजरायल और हामास के बीच युद्ध जारी है। इस युद्ध में अब तक गाजा में 56,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, और हजारों घायल हुए हैं। गाजा पट्टी में भोजन, पानी और दवाइयों की भारी कमी है, जिससे मानवीय संकट लगातार गहरा रहा है।
हामास की पुनर्गठन की कोशिशें विफल
IDF ने यह भी बताया कि अल-ईसा युद्ध के दौरान हामास की बिखरी हुई सैन्य और रणनीतिक संरचनाओं को फिर से संगठित करने की कोशिश कर रहा था। वह इजरायली नागरिकों और सैनिकों के खिलाफ और हमलों की योजना बना रहा था। इजरायली सेना ने अल-ईसा को उन “आतंकवादियों का हिस्सा बताया जिन्होंने 7 अक्टूबर की बर्बर घटना को अंजाम दिया था।”
शांति की उम्मीदें धुंधली
इस बीच, दोनों पक्षों के बीच स्थायी शांति की उम्मीदें कमजोर होती जा रही हैं। हालांकि पहले दो बार अस्थायी युद्धविराम हो चुका है, लेकिन अब स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में संकेत दिया है कि अगले हफ्ते तक एक और युद्धविराम हो सकता है, लेकिन यह साफ नहीं है कि यह स्थायी होगा या सिर्फ अस्थायी।
अल-ईसा की मौत हामास के शीर्ष नेताओं के खात्मे की दिशा में इजरायल की एक बड़ी सफलता है। इससे संगठन की कमान और मनोबल दोनों पर गहरा असर पड़ सकता है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि क्या यह घटना संघर्ष को खत्म करने की दिशा में एक निर्णायक मोड़ साबित होगी या फिर युद्ध और बढ़ जाएगा।