कोलकाता गैंगरेप: ‘अगर दोस्त ही दोस्त का रेप करे तो क्या कर सकते हैं?’ – टीएमसी सांसद का विवादित बयान

दोस्त ने किया गैंगरेप, टीएमसी सांसद के बयान पर बवाल

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समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 28 जून:  हाल ही में कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में हुए गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक लॉ की छात्रा को उसी के दोस्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर हवस का शिकार बनाया। इस जघन्य अपराध को लेकर जहां एक तरफ पूरा देश सदमे में है, वहीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक सांसद का बयान विवादों में आ गया है। इस बयान ने लोगों के गुस्से को और भड़का दिया है और महिला सुरक्षा को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है।

क्या है मामला?

कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है। पीड़िता ने बताया कि उसे कॉलेज के ही एक पूर्व छात्र और यूनियन से जुड़े व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ मिलकर हवस का शिकार बनाया। पीड़िता के अनुसार, उसे शादी का प्रस्ताव ठुकराने पर यह भयावह अंजाम भुगतना पड़ा। इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

टीएमसी सांसद का विवादित बयान

इस मामले पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने एक अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा, “अगर एक दोस्त अपने दोस्त का बलात्कार करता है, तो क्या किया जा सकता है? क्या स्कूल-कॉलेजों में हर जगह पुलिस तैनात होगी? यह छात्रों द्वारा एक छात्रा के साथ किया गया। उसकी सुरक्षा कौन करेगा?”

उनके इस बयान को लेकर विपक्षी दलों और आम जनता ने कड़ी आलोचना की है। बीजेपी ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसे बयान महिलाओं के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाते हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग इस बयान की जमकर निंदा कर रहे हैं।

पीड़िता का बयान और आरोपियों का कनेक्शन

पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में दिल दहला देने वाली आपबीती बताई है। मेडिकल जांच में भी पीड़िता के शरीर पर चोट के निशान और जबरन संबंध के सबूत मिले हैं। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि मुख्य आरोपी का संबंध सत्ताधारी टीएमसी की छात्र इकाई से था। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि आरोपी को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ था, जिसकी वजह से वह कॉलेज में मनमानी करता था।

क्या कहता है कानून?

कानून की नज़र में बलात्कार एक गंभीर अपराध है, चाहे वह किसी भी व्यक्ति द्वारा किया गया हो, चाहे वह दोस्त हो या कोई अजनबी। दोस्त के रिश्ते का फायदा उठाकर किया गया अपराध और भी घिनौना है, क्योंकि यह विश्वासघात की श्रेणी में आता है। ऐसे मामलों में यह कहना कि “क्या किया जा सकता है?” न्याय की मांग करने वाले समाज के लिए एक बड़ा झटका है।

महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल

यह घटना और उस पर आया बयान पश्चिम बंगाल में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। खासकर जब पिछले साल ही RG Kar मेडिकल कॉलेज में इसी तरह की घटना हुई थी। इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि शिक्षण संस्थानों में भी लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। यह सरकारों और समाज दोनों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसी मानसिकता को बदलें और महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करें।

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