अब फोन पर नहीं सुनाई देगी अमिताभ बच्चन की आवाज़: सरकार ने साइबर क्राइम कॉलर ट्यून हटाई
लोगों की शिकायतों और अभियान की समाप्ति के बाद लिया गया बड़ा फैसला
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 जून: “देवियों और सज्जनों!”… अगर आप पिछले कुछ महीनों से किसी को कॉल करने से पहले यह आवाज़ सुनकर ऊब चुके थे, तो आपके लिए एक राहत भरी ख़बर है। साइबर अपराध के प्रति जागरूकता फैलाने वाली अमिताभ बच्चन की कॉलर ट्यून को सरकार ने गुरुवार, 26 जून 2025 से पूरी तरह से बंद कर दिया है। यह फैसला लोगों की लगातार शिकायतों और अभियान की अवधि समाप्त होने के बाद लिया गया है।
क्यों शुरू हुई थी ये कॉलर ट्यून?
बढ़ते ऑनलाइन फ्रॉड और साइबर धोखाधड़ी के मामलों को देखते हुए, भारत सरकार ने सितंबर 2024 में एक बड़ा जागरूकता अभियान शुरू किया था। इसी अभियान के तहत, हर मोबाइल कॉल से पहले अमिताभ बच्चन की दमदार आवाज़ में एक 40-सेकंड का संदेश बजता था। इस संदेश का मकसद लोगों को अनजान लिंक, OTP, और बैंक डिटेल्स शेयर न करने की चेतावनी देकर उन्हें ऑनलाइन ठगी से बचाना था।
आखिर क्यों बंद करनी पड़ी?
शुरुआत में इस पहल की सराहना की गई, लेकिन जल्द ही यह कॉलर ट्यून लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई। इसकी मुख्य वजह थी इसकी लंबी अवधि और बार-बार बजना।
आपातकालीन कॉल में देरी
इस कॉलर ट्यून को बंद करने की सबसे बड़ी वजह आपातकालीन स्थितियों में होने वाली देरी थी। लोगों ने शिकायत की कि एंबुलेंस, पुलिस या फायर ब्रिगेड जैसे इमरजेंसी नंबरों पर कॉल करने पर भी यह लंबा संदेश बजता था, जिससे तुरंत संपर्क स्थापित होने में रुकावट आती थी। इस देरी से गंभीर परिणाम हो सकते थे, जिसकी शिकायतें लगातार सरकार तक पहुँच रही थीं।
सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और बिग बी का जवाब
हाल ही में, इस कॉलर ट्यून को लेकर अमिताभ बच्चन को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया। एक यूजर ने X (पूर्व में ट्विटर) पर उन्हें टैग करते हुए लिखा, “तो फोन पर बोलना बंद करो भाई।” इस पर बिग बी ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में जवाब दिया, “सरकार को बोलो भाई, उन्होंने जो कहा हमने कर दिया।” उनके इस जवाब ने भी खूब सुर्खियाँ बटोरी थीं।
अभियान खत्म, कॉलर ट्यून बंद
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह कॉलर ट्यून एक निर्धारित जागरूकता अभियान का हिस्सा थी, और अब जब वह अभियान समाप्त हो गया है, तो इसे हटा दिया गया है। यह पहली बार नहीं है जब अमिताभ बच्चन की आवाज़ किसी जन-जागरूकता अभियान के लिए इस्तेमाल हुई हो; इससे पहले COVID-19 के दौरान भी उनकी आवाज़ में जागरूकता संदेश प्रसारित किया गया था।
अब जब यह कॉलर ट्यून बंद हो गई है, तो करोड़ों मोबाइल यूजर्स ने राहत की साँस ली है।