समग्र समाचार सेवा
भुवनेश्वर, 21 जून: हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खुलासा किया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। यह खुलासा तब हुआ जब पीएम मोदी G7 शिखर सम्मेलन से वापस लौटे थे और ओडिशा में भाजपा सरकार के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भाग ले रहे थे।
G7 समिट से सीधे ओडिशा
पीएम मोदी ने बताया कि वह G7 समिट के लिए कनाडा में थे, तभी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फोन आया। ट्रंप ने उन्हें वाशिंगटन आने और डिनर करने का निमंत्रण दिया। पीएम मोदी के अनुसार, ट्रंप ने बड़े आग्रह के साथ उन्हें बुलाया था।
‘महाप्रभु की धरती’ थी प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी ने विनम्रतापूर्वक ट्रंप के निमंत्रण को ठुकरा दिया। उन्होंने जनसभा में कहा, “मैंने राष्ट्रपति ट्रंप से कहा कि आपका निमंत्रण सिर आंखों पर, लेकिन मुझे महाप्रभु की धरती पर जाना है, यह मेरे लिए ज्यादा अहम है।” पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि उनके लिए ओडिशा की यात्रा, जो भगवान जगन्नाथ की पवित्र भूमि है, कहीं अधिक महत्वपूर्ण थी। उन्होंने कहा कि ओडिशा की जनता का प्रेम और महाप्रभु के प्रति भक्ति ही उन्हें इस पवित्र भूमि पर खींच लाई है।
ओडिशा के विकास को समर्पित
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान ओडिशा के प्रति उनके गहरे लगाव और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ओडिशा में अपने दौरे के दौरान, उन्होंने 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इन परियोजनाओं में पेयजल, सिंचाई, कृषि अवसंरचना, स्वास्थ्य, ग्रामीण सड़कें, पुल और नई रेलवे लाइनें जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं। यह दर्शाता है कि स्थानीय विकास और जनसेवा उनके लिए सर्वोपरि है।
भारत-अमेरिका संबंध और प्राथमिकताएं
यह घटना भारत-अमेरिका संबंधों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है। हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत है और दोनों देश विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर सहयोग करते हैं, पीएम मोदी का यह कदम दिखाता है कि वे अपनी घरेलू प्रतिबद्धताओं और सांस्कृतिक महत्व को अंतरराष्ट्रीय व्यस्तताओं से ऊपर रखते हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पीएम मोदी ने ट्रंप को इस साल बाद में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया है।
जनसेवा और सुशासन का संदेश
ओडिशा में भाजपा सरकार के एक साल पूरे होने का जश्न मनाते हुए, पीएम मोदी ने सुशासन, जनसेवा और जनविश्वास को समर्पित इस कार्यकाल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह एक साल ओडिशा के करोड़ों मतदाताओं के विश्वास पर खरा उतरने का ईमानदार प्रयास था।
यह घटना यह भी बताती है कि प्रधान मंत्री मोदी के लिए अपने देश के लोगों और उनकी आस्था से जुड़ाव कितना महत्वपूर्ण है।