समग्र समाचार सेवा
नोएडा, 12 जून: राइड-हेलिंग कंपनी ओला को अपने एक बाइक राइडर द्वारा कथित लापरवाही से हुई दुर्घटना के बाद ऑनलाइन भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इस घटना में नोएडा की एक महिला का हाथ बुरी तरह से फ्रैक्चर हो गया है। 22 अप्रैल को हुई इस घटना ने तब व्यापक आक्रोश पैदा कर दिया जब एक सहकर्मी ने लिंक्डइन पर इसे उजागर किया।
दर्दनाक हादसा: लापरवाही का शिकार हुई महिला
नोएडा की सिद्धि विजयवर्गीय को कथित तौर पर अपने बाएं हाथ में गंभीर फ्रैक्चर हुआ है। उनकी सहकर्मी, प्रत्युष सिंह, जो डिजीविसल में एक सीनियर ब्रांड मैनेजर हैं, ने एक विस्तृत लिंक्डइन पोस्ट के माध्यम से इस घटना को सामने लाया। सिंह ने सवारी की तस्वीरें और स्क्रीनशॉट साझा किए, जिसमें ओला पर जवाबदेही की गंभीर कमी का आरोप लगाया गया।
प्रत्युष सिंह ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मेरी सहकर्मी सिद्धि विजयवर्गीय हाल ही में ऐसे दर्द से गुज़रीं जिससे किसी को नहीं गुज़रना चाहिए। ओला बाइक राइडर की लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण वह एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हो गईं। इसका नतीजा? उनके बाएं हाथ में बड़ा फ्रैक्चर, कई सर्जरी, ₹3 लाख से अधिक का मेडिकल खर्च। यह सब, किसी और की लापरवाही के कारण।”
ओला पर लगे गंभीर आरोप: मदद का वादा, फिर उदासीनता
सिंह ने आगे आरोप लगाया कि शुरुआत में मदद के वादे के बावजूद, ओला ने कोई सार्थक कार्रवाई नहीं की। इसके बजाय, कंपनी ने कई महीनों तक देरी, उदासीनता और अस्पष्ट जवाब दिए। सिंह ने ओला की ठोस सहायता, सहानुभूति और जिम्मेदारी की कमी के लिए कड़ी आलोचना की।
उन्होंने अपनी पोस्ट में कंपनी के ग्राहक सेवा विभाग की प्रतिक्रियाओं को भी साझा किया, जिससे ओला के कथित अक्षम रवैये का पता चलता है। यह घटना राइड-हेलिंग प्लेटफार्मों पर यात्रियों की सुरक्षा और दुर्घटनाओं के बाद कंपनियों की जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठाती है।
ऑनलाइन आक्रोश और सुरक्षा पर बहस
यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई है, जिससे यूजर्स ओला की नीतियों और दुर्घटनाओं से निपटने के तरीके पर सवाल उठा रहे हैं। कई लोगों ने कंपनी से पीड़ित को मुआवजा देने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है। यह हादसा एक बार फिर राइड-हेलिंग सेवाओं में सुरक्षा प्रोटोकॉल और ड्राइवर प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित करता है।