समग्र समाचार सेवा जब भी हम किसी ‘राजकुमारी’ की कल्पना करते हैं, तो हमारे ज़ेहन में हीरों से जड़े गहनों में सजी, भारी पोशाकें पहने और शाही ठाठ-बाट वाली कोई छवि उभरती है। लेकिन राजस्थान के जोधपुर की राजकुमारी शिवरंजनी राजे इस छवि को पूरी तरह बदल देती हैं। वह करोड़ों की मालकिन हैं, 347 कमरों के आलीशान उमैद भवन पैलेस में रहती हैं, फिर भी उनका जीवन बेहद सादगी से भरा है। उन्होंने कभी शादी नहीं की और आज 50 की उम्र के करीब होने के बावजूद, वे अपने खानदान की विरासत को संभालने और आगे बढ़ाने में पूरी तरह समर्पित हैं।
22,000 करोड़ की संपत्ति, फिर भी सादगी की मिसाल
राजकुमारी शिवरंजनी, जोधपुर के पूर्व महाराजा गज सिंह की बेटी हैं। उनका परिवार भारत के सबसे संपन्न शाही परिवारों में गिना जाता है। आज उनके परिवार की कुल संपत्ति लगभग ₹22,400 करोड़ है। लेकिन इतनी दौलत के बावजूद, शिवरंजनी राजे का रहन-सहन बेहद सामान्य है। न ही वे मीडिया में अक्सर दिखती हैं, न ही सोशल मीडिया पर उनकी चकाचौंध वाली तस्वीरें देखने को मिलती हैं।
उमैद भवन: महल, संग्रहालय और होटल
जोधपुर स्थित उमैद भवन पैलेस न केवल भारत का बल्कि दुनिया का भी सबसे बड़ा निजी आवासीय महल माना जाता है। इस महल में 347 कमरे हैं और यह 26 एकड़ में फैला हुआ है। 1929 में जब जोधपुर सूखे की मार झेल रहा था, तब लोगों को रोजगार देने के लिए महाराजा उमैद सिंह ने इसकी नींव रखवाई थी। इसे बनने में 15 साल लगे थे और करीब 4000 मजदूरों ने इसमें काम किया था।
आज यह महल तीन हिस्सों में बंटा है –
- शाही परिवार का निवास
- उमैद भवन संग्रहालय
- लक्ज़री होटल, जिसे टाटा समूह की ताज होटल श्रृंखला चलाती है। शिवरंजनी राजे ने अपनी पढ़ाई ब्रिटेन के प्रतिष्ठित कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से मानव विज्ञान में की। लेकिन उनकी जिंदगी में एक मोड़ तब आया जब उनके भाई युवराज शिवराज सिंह एक गंभीर दुर्घटना में घायल हो गए और परिवार पर वित्तीय संकट आ गया। उस समय उन्होंने पारिवारिक व्यवसाय की कमान संभाली और जोधपुर की विरासत को सहेजने के लिए दिन-रात मेहनत की।
उन्होंने पुराने किलों और महलों को संग्रहालय और होटलों में बदला, जिससे स्थायी आमदनी का स्रोत बना। ताज ग्रुप के साथ मिलकर उन्होंने उमैद भवन को एक शानदार विवाह स्थल और लक्जरी डेस्टिनेशन में तब्दील कर दिया।
क्यों नहीं की शादी?
सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इतने शाही ठाठ-बाट, संपत्ति और रुतबे के बावजूद राजकुमारी शिवरंजनी ने कभी शादी नहीं की। उनके अनुसार, उनका उद्देश्य सिर्फ एक ‘रानी’ बनना नहीं, बल्कि अपने परिवार की विरासत और व्यवसाय को संभालना है। वे खुद को एक परंपरा के संरक्षक की तरह देखती हैं, न कि सिर्फ किसी राजघराने की शोभा।
उनका मानना है कि महिलाओं को अपनी पहचान शादी और रिश्तों से अलग भी बनानी चाहिए। यही कारण है कि वे आज भी पूरी निष्ठा से अपने परिवार की धरोहर को संभाल रही हैं।
बॉलीवुड से भी बड़ा वेडिंग डेस्टिनेशन
आज उमैद भवन पैलेस दुनिया के सबसे महंगे शादी स्थलों में शुमार है। प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस की भव्य शादी ने इस महल को विश्व स्तर पर प्रसिद्ध कर दिया। यहां एक दिन की शादी की लागत ₹76 लाख से ₹92 लाख तक हो सकती है। इसके अलावा पीवी सिंधु जैसी हस्तियों ने भी इसे अपनी शादी के लिए चुना।
परिवार की अगली पीढ़ी
शिवरंजनी के भाई युवराज शिवराज सिंह एक प्रसिद्ध पोलो खिलाड़ी हैं और आज पारिवारिक व्यवसाय की संचालन में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। वे बलसमंद लेक पैलेस और सरदार समंद पैलेस जैसे अन्य होटलों का भी संचालन करते हैं। लेकिन परिवार की रीढ़, आधार स्तंभ, और वास्तविक प्रबंधक – शिवरंजनी ही हैं।
राजकुमारी शिवरंजनी राजे आज उन महिलाओं की प्रतीक हैं जो परंपरा को निभाते हुए आधुनिकता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलती हैं। उन्होंने शादी को ज़रूरी नहीं समझा, बल्कि अपने काम, अपने कर्तव्य और अपने आत्मबल को प्राथमिकता दी। भारत जैसे समाज में, जहां शादी को महिलाओं की पहचान माना जाता है, वहां शिवरंजनी जैसे उदाहरण बदलाव की प्रेरणा बनते हैं।
वो सिर्फ एक राजकुमारी नहीं, बल्कि शक्ति, स्वतंत्रता और सेवा की मिसाल हैं।