सहारनपुर में निर्माणाधीन मस्जिद ध्वस्त, कांग्रेस सांसद ने उठाए सवाल

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समग्र समाचार सेवा                                                                                                                                                                                                                        सहारनपुर, उत्तर प्रदेश 31 मई : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रशासन द्वारा एक निर्माणाधीन मस्जिद को “अवैध निर्माण” बताते हुए ध्वस्त किए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासन का कहना है कि यह निर्माण बिना अनुमति के किया जा रहा था और नोटिस के बावजूद कार्य जारी रहा, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। वहीं, इस मामले पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने प्रशासन की कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण और अलोकतांत्रिक बताते हुए गंभीर सवाल उठाए हैं।

प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, सहारनपुर के चिलकाना थाना क्षेत्र के भोजपुर गांव में यह निर्माण बिना किसी आवश्यक अनुमति के किया जा रहा था। जिला पंचायत और प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी शिकायत मिली थी, जिसके बाद जांच की गई और निर्माण कार्य को रोकने के लिए नोटिस भी जारी किए गए थे। चूंकि नोटिस के बावजूद निर्माण जारी रहा, इसलिए शुक्रवार को प्रशासन और जिला पंचायत की टीम ने मौके पर पहुंचकर बुलडोजर की मदद से निर्माणाधीन ढांचे को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात था।

हालांकि, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने प्रशासन के इस कदम की कड़ी निंदा की है। मसूद ने सवाल उठाया, “मस्जिद अवैध कैसे हो गई? जिसकी जमीन है, वे लोग अपनी ही जमीन पर अपनी मस्जिद बना रहे थे। उन्होंने प्रशासन को सूचना भी दी थी।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई पक्षपातपूर्ण है और प्रशासन अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहा है। मसूद ने कहा कि बिना उचित नोटिस दिए या स्पष्टीकरण का मौका दिए इस तरह की तोड़फोड़ अलोकतांत्रिक है और यह लोगों के अधिकारों का हनन है।

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब उत्तर प्रदेश में अवैध निर्माणों के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई लगातार जारी है, जिस पर विपक्ष अक्सर सवाल उठाता रहा है। सहारनपुर में मस्जिद विध्वंस का यह मामला एक बार फिर प्रशासन की ऐसी कार्रवाईयों पर बहस छेड़ सकता है।

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