मोदी का मेगा मिशन! गुजरात के दाहोद में 9,000 HP इलेक्ट्रिक इंजन का उद्घाटन, 10 साल में बनेंगे 1,200 इंजन

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समग्र समाचार सेवा 

गांधीनगर, 21 मई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 और 27 मई को गुजरात के दौरे पर रहेंगे, जहाँ वह दाहोद रेलवे फैक्ट्री में भारत के पहले 9,000 हॉर्सपावर (HP) वाले शक्तिशाली इलेक्ट्रिक मालगाड़ी इंजन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस ऐतिहासिक मौके के साथ भारत न केवल अपने रेल नेटवर्क को और शक्तिशाली बना रहा है, बल्कि वैश्विक निर्यात बाजार में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है।

दाहोद में रेलवे निर्माण इकाई का बड़ा प्रोजेक्ट
दाहोद की यह फैक्ट्री सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP मॉडल) के तहत विकसित की जा रही है, जिसमें टेक्नोलॉजिकल पार्टनर के रूप में Siemens India कार्यरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना की आधारशिला 20 अप्रैल 2022 को रखी थी। अब यह परियोजना मूर्त रूप ले चुकी है।

इस फैक्ट्री में अगले 10 वर्षों में 1,200 हाई पावर इलेक्ट्रिक इंजन तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है, जो न सिर्फ घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निर्यात के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। भारतीय रेलवे के मुताबिक, इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹26,000 करोड़ है।

9000 HP इंजन की खासियतें
यह छह एक्सल वाला 9000 HP का इलेक्ट्रिक इंजन विशेष रूप से मालगाड़ियों के लिए बनाया गया है। इसकी औसत गति 75 किलोमीटर प्रति घंटा होगी और यह भारतीय रेल नेटवर्क में माल परिवहन की रफ्तार और क्षमता को दोगुना करने में सहायक साबित होगा। इसके रख-रखाव के लिए विशेष डिपो खड़गपुर (पश्चिम बंगाल), विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश), रायपुर (छत्तीसगढ़), और पुणे (महाराष्ट्र) में बनाए जा रहे हैं।

स्थानीय रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
यह परियोजना दाहोद और इसके आसपास के क्षेत्रों में करीब 10,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करेगी। इससे न सिर्फ तकनीकी कौशल को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि गुजरात के आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूती मिलेगी।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला गुजरात दौरा
यह दौरा प्रधानमंत्री मोदी का ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपने गृह राज्य गुजरात का पहला दौरा होगा। इस यात्रा के दौरान वह कच्छ, दाहोद और गांधीनगर जिलों में विभिन्न विकास कार्यों का शुभारंभ और शिलान्यास करेंगे।

निष्कर्ष:
9000 HP इलेक्ट्रिक इंजन का निर्माण भारत को रेलवे के क्षेत्र में तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर और ग्लोबल प्लेयर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे भारत की लॉजिस्टिक क्षमता में भारी इजाफा होगा और ‘मेक इन इंडिया’ के विज़न को भी नई ऊँचाइयाँ मिलेंगी।

मुख्य बिंदु:

  • दाहोद में मोदी करेंगे 9000 HP इलेक्ट्रिक इंजन का उद्घाटन
  • 10 वर्षों में 1,200 इंजन निर्माण का लक्ष्य
  • परियोजना लागत ₹26,000 करोड़
  • 10,000 लोगों को मिलेगा रोजगार
  • भारतीय रेलवे को मिलेगी वैश्विक पहचान
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