भारत-पाक तनाव के बीच भी भारतीय शेयर बाजार में मजबूती, “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद सेंसक्स ने पकड़ी रफ्तार

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,8 मई ।
एक तरफ भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव चरम पर है, वहीं दूसरी ओर भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार को मजबूती के साथ शुरुआत कर सभी को चौंका दिया। “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद जहाँ सीमा पर बारूद की गंध फैली हुई है, वहीं शेयर बाजार में निवेशकों के चेहरे पर आशा की रौशनी दिखाई दी।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सूचकांक सेंसक्स 166 अंकों की बढ़त के साथ 80,912 पर खुला, और शुरुआती कारोबार में 0.16% या 121 अंकों की मजबूती के साथ 80,841 के स्तर पर देखा गया। यह उस समय का संकेत था जब निवेशक युद्ध जैसी स्थिति के बावजूद भारत की आर्थिक स्थिरता पर भरोसा दिखा रहे थे।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 24,407 के आसपास सपाट कारोबार करता नजर आया, लेकिन संकेतिक रूप से यह बताने के लिए काफी था कि बाजार भय से नहीं, भरोसे से चल रहा है।

अगर बात करें व्यक्तिगत स्टॉक्स की, तो टाटा मोटर्स ने सबसे ज्यादा उछाल दर्ज किया। इसके अलावा पावरग्रिड, कोटक बैंक, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, टीसीएस, एसबीआई, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, अदाणी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे दिग्गज शेयरों में भी हरे निशान की बहार रही।

यह बढ़त ऐसे समय में दर्ज हुई जब पाकिस्तान ने भारत की कार्रवाई को “युद्ध की घोषणा” बताया था और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थिति संवेदनशील बनी हुई है।

हालांकि, हर सेक्टर इस सकारात्मक लहर में शामिल नहीं हो सका। ज़ोमैटो, मारुति सुजुकी, आईटीसी, नेस्ले इंडिया, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, रिलायंस, टाटा स्टील, टाइटन, एनटीपीसी, भारती एयरटेल और आईसीआईसीआई बैंक जैसे स्टॉक्स में हल्की गिरावट दर्ज की गई।

सेक्टोरल आंकड़ों की बात करें तो Nifty Financial Services 25/50 ने सबसे अधिक 1.10% की बढ़त दिखाई। इसके अलावा Nifty Auto (0.38%), Nifty IT (0.37%), Nifty Private Bank (0.57%) जैसे इंडेक्स भी फायदे में रहे।

दूसरी ओर Nifty Pharma (0.41%), Nifty FMCG (0.61%), और Nifty Healthcare (0.58%) जैसे डिफेंसिव सेक्टर्स ने थोड़ी गिरावट दर्शाई, जो बताता है कि निवेशक जोखिम उठाने को तैयार हैं।

“ऑपरेशन सिंदूर” के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की, और आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति का स्पष्ट संदेश दिया। इसके बावजूद भारतीय शेयर बाजार का स्थिर और सकारात्मक रुख यह दर्शाता है कि देश की अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशकों में विश्वास बरकरार है।

बाजार का यह आत्मविश्वास केवल आर्थिक सूचकांकों का प्रतिबिंब नहीं, बल्कि यह भारत के सामरिक और वित्तीय दृढ़ता का प्रमाण भी है।

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