पहलगाम हमला: एलओसी के पास मदरसों के   छात्रों को युद्ध का प्रशिक्षण , नीलम घाटी पर्यटकों से ख़ाली, युद्ध जैसी तैयारी

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समग्र समाचार सेवा 

जम्मू कश्मीर  4 मई 2025 -पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया है। पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में स्थानीय प्रशासन ने गुरुवार को एलओसी के करीब सभी मदरसों को दस दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है। वहीं, स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय खुले रहेंगे।

मुजफ्फराबाद में आपातकालीन कोष स्थापित किया गया है और सीमा से सटे गांवों में दो महीने का भोजन, पानी और दवाओं का स्टॉक भेजा गया है। रेड क्रिसेंट की प्रमुख के अनुसार  संभावित भारतीय सैन्य कार्रवाई के चलते 500 लोगों के लिए राहत शिविर तैयार किए जा रहे है  । मदरसों में हॉस्टल की वजह से उन्हें ज़्यादा ख़तरा है। साल 2019 में भी एलओसी के पास उनके मदरसे पर गोले गिरे थे, लेकिन तब कोई नुकसान नहीं हुआ था।

चकोठी सेक्टर में लोग बंकरों में शरण लेने लगे हैं।  एक स्थानीय के अनुसार , “जैसे ही गोलीबारी शुरू होती है, लोग बंकरों में चले जाते हैं।” लीपा घाटी प्रशासन स्वयंसेवकों को प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दे रहा है। लोगों के अनुसार   कहा, “आज नहीं तो कल भारत से युद्ध तय है, इसलिए हमने प्रशिक्षण लिया है।”

नीलम घाटी, जो पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है, पूरी तरह खाली हो गई है। ब्रिटेन से आए निसार अहमद ने कहा, “हमें अचानक लौटना पड़ा, अब पता नहीं बच्चों को नीलम घाटी दिखाने का मौका मिलेगा या नहीं।”

तौबात होटल और गेस्ट हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद याह्या शाह के अनुसार, मई के लिए 50% बुकिंग हो चुकी थी, लेकिन अब पर्यटक प्रतिबंधित  है। प्रशासन का कहना है कि हालात सुधरने पर पर्यटकों को फिर से अनुमति दी जाएगी। पकस्तान की आतंकवादी  गतिविधियों ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर  स्थानीय आबादी और अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर डाला है, और इस कारण लोग अनिश्चित भविष्य की ओर देख रहे हैं।

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