समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,16 मार्च। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपनी स्थापना के सौ वर्षों के सफर में अनुशासन, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बन चुका है। 1925 में विजयदशमी के दिन डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा नागपुर में स्थापित यह संगठन आज भारत की सामाजिक और राजनीतिक संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।