Meta ने मांगी माफी, भारत पर Mark Zuckerberg की टिप्पणी के बाद मचा बवाल

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,15 जनवरी।
सोशल मीडिया दिग्गज कंपनी Meta इन दिनों विवादों में घिरी हुई है। कंपनी के सीईओ Mark Zuckerberg द्वारा भारत को लेकर की गई टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर जबरदस्त आलोचना शुरू हो गई। लोगों ने Meta और Zuckerberg पर पक्षपात और असंवेदनशीलता के आरोप लगाए। इस बढ़ते विवाद के बीच Meta ने आधिकारिक रूप से माफी मांगते हुए स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की है।

क्या थी Mark Zuckerberg की टिप्पणी?
हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय टेक्नोलॉजी सम्मेलन में मार्क जुकरबर्ग ने भारत में सोशल मीडिया के उपयोग और डिजिटल इकोसिस्टम पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कुछ ऐसे बयान दिए, जिन्हें भारतीय यूजर्स ने आपत्तिजनक और अपमानजनक माना। हालांकि, जुकरबर्ग का उद्देश्य तकनीकी चुनौतियों पर बात करना था, लेकिन उनके शब्दों को गलत संदर्भ में लिया गया, जिससे विवाद गहराता चला गया।

सोशल मीडिया पर भड़की नाराजगी
जुकरबर्ग की टिप्पणी के बाद ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #BoycottMeta और #ShameOnZuckerberg जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई यूजर्स ने Meta के ऐप्स को अनइंस्टॉल करने की बात कही तो कई लोगों ने कंपनी पर भारत विरोधी मानसिकता रखने का आरोप लगाया।

Meta की सफाई और माफी
विवाद बढ़ता देख Meta ने तुरंत सफाई दी। कंपनी ने कहा कि मार्क जुकरबर्ग की बातों को गलत संदर्भ में लिया गया है और उनका उद्देश्य किसी भी देश या समुदाय को ठेस पहुँचाना नहीं था। Meta ने औपचारिक माफी मांगते हुए कहा,
“हम भारत के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। अगर हमारी किसी भी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुँची है, तो हमें खेद है। Meta का उद्देश्य सभी देशों और संस्कृतियों का सम्मान करना है।”

भारत में Meta का बड़ा बाजार
भारत Meta के लिए एक बड़ा और महत्वपूर्ण बाजार है। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म भारत में करोड़ों लोग इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में कंपनी के लिए भारत के यूजर्स का भरोसा बनाए रखना बेहद जरूरी है।

आगे की राह
Meta ने इस विवाद से सबक लेते हुए भविष्य में अधिक सतर्क रहने का आश्वासन दिया है। कंपनी ने कहा कि वह भारतीय यूजर्स के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने और उनकी जरूरतों को समझने पर ध्यान देगी।

इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वैश्विक कंपनियों को विभिन्न देशों की सांस्कृतिक संवेदनशीलता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। Meta की माफी से विवाद थोड़ा शांत जरूर हुआ है, लेकिन भारतीय यूजर्स का भरोसा दोबारा जीतना कंपनी के लिए अब बड़ी चुनौती बन गया है।

 

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