‘भारत का युवा वैश्विक नवाचार में नेतृत्व करने के लिए तैयार’: केंद्रीय मंत्री मांडविया ने प्रवासी भारतीय दिवस पर व्यक्त की आशा

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कुमार राकेश
भुवनेश्वर,9 जनवरी।
केंद्रीय मंत्री श्री मंसुख एल. मांडविया ने 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (PBD) के दौरान भारत की युवा जनसंख्या के लाभ और इस क्षमता का दो दशकों से अधिक समय से किए जा रहे सरकारी प्रयासों पर जोर दिया। मांडविया ने कहा कि भारत की औसत आयु 29 वर्ष होने के कारण यह दुनिया की सबसे युवा आबादी में से एक है, जो देश को नवाचार और नेतृत्व के केंद्र के रूप में स्थापित करता है।

केंद्रीय मंत्री ने ‘स्किल इंडिया’, ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसे प्रमुख पहलों को रेखांकित किया, जो युवा भारतीयों को नवाचार, उद्यमिता और प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेताओं में तब्दील कर रहे हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य भारतीय युवाओं को कौशल, उद्यमिता के अवसर और डिजिटल पहुंच प्रदान करना है, ताकि वे वैश्विक अर्थव्यवस्था में सक्रिय भागीदार बन सकें।

मांडविया ने भारतीय प्रवासी समुदाय से युवा विकास में योगदान देने की अपील करते हुए वैश्विक सहयोग की अहमियत पर बल दिया। उन्होंने कहा, “प्रवासी भारतीय दिवस एक महत्वपूर्ण मंच है, जो प्रवासी समुदाय के साथ संबंधों को मजबूत करने और उनके अनुभव का लाभ उठाकर भारत की प्रगति को गति देने में मदद करता है।”

भुवनेश्वर में चल रहे प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में दुनियाभर से 5,000 से अधिक प्रतिनिधि एकत्रित हुए हैं, जहां ‘विकसित भारत में भारतीय प्रवासी का योगदान’ विषय पर चर्चा की जा रही है। यह आयोजन विदेश में रह रहे भारतीय समुदाय की भूमिका को उजागर करता है, खासकर नवाचार, शिक्षा और निवेश जैसे क्षेत्रों में।

मंत्री मांडविया ने इस अवसर पर प्रवासी भारतीयों से देश के विकास में सक्रिय रूप से योगदान देने का आह्वान किया और युवा भारतीयों के लिए वैश्विक अवसरों का निर्माण करने में उनका सहयोग मांगा।

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