उन्नाव में फंदे से लटका मिला पत्रकार का शव, परिजनों ने काटा बवाल, पुलिस से नोकझोंक

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,6 जनवरी।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक पत्रकार का शव फंदे से लटका हुआ पाया गया। पत्रकार के शव को उन्नाव के एक घर में फांसी से लटका हुआ पाया गया, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। परिजनों ने इसे आत्महत्या के रूप में नहीं बल्कि हत्या करार दिया है, जिसके बाद परिवारवालों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस मामले में पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है।

पत्रकार का शव फंदे से लटका मिला

उन्नाव के एक गांव में मंगलवार सुबह पत्रकार का शव उनके घर में फंदे से लटका हुआ पाया गया। मृतक पत्रकार की पहचान रवीश यादव के रूप में हुई है, जो स्थानीय समाचार पत्र में कार्यरत थे। उनका शव अपने कमरे में पंखे से लटका हुआ था। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

परिजनों का आरोप, हत्या की आशंका

रवीश यादव के परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह आत्महत्या करने जैसा कोई इरादा नहीं रखते थे। उनका कहना था कि रवीश यादव किसी भी मानसिक तनाव से नहीं गुजर रहे थे और न ही किसी प्रकार की दिक्कत का सामना कर रहे थे। ऐसे में उनका फांसी पर लटका हुआ शव पाकर परिवारवालों को यह संदेह हो रहा है कि यह हत्या हो सकती है।

परिजनों का आरोप है कि रवीश यादव की मौत के पीछे किसी साजिश का हाथ हो सकता है। इस आरोप के बाद परिजनों ने पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे जाने का विरोध किया। परिजनों का कहना था कि उन्हें पहले मामले की सही तरीके से जांच करने का समय दिया जाए। इस दौरान पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने इस मामले में हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं पर जांच शुरू की है।

  • साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया: पुलिस ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करने के लिए फोरेंसिक टीम को भेजा है।
  • परिजनों से पूछताछ: पुलिस ने मृतक के परिवारजनों और रिश्तेदारों से पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि मामले की सच्चाई का पता चल सके।
  • पत्रकारिता से जुड़ा पहलू: पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या रवीश यादव की पत्रकारिता से जुड़ी कोई घटना या विवाद उनकी मौत से संबंधित हो सकती है।

विरोध प्रदर्शन और पुलिस से तनाव

रवीश यादव के परिवारवालों ने इस घटना को लेकर उन्नाव जिले में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उनका कहना था कि यह मामला आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का है। परिजनों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की। कुछ देर तक पुलिस और परिजनों के बीच नोकझोंक भी चली।

निष्कर्ष

उन्नाव में पत्रकार रवीश यादव की संदिग्ध मौत ने सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर उनके परिवारवालों के आरोपों के बाद। पुलिस इस मामले की हर पहलु से जांच कर रही है और जल्द ही मामले का खुलासा होने की उम्मीद है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, और यह देखा जाएगा कि क्या यह आत्महत्या थी या फिर किसी ने रवीश यादव की हत्या की साजिश रची थी।

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