समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 18 अगस्त। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (RG Kar Medical College and Hospital) में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर देशभर में डॉक्टर्स का विरोध-प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों में डॉक्टर्स अपनी सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।
महिला डॉक्टरों ने इस घटना को भारत में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि 2012 में दिल्ली में चलती बस में हुए सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद बने कड़े कानूनों के बावजूद देश में महिलाएं अब भी असुरक्षित हैं।
पीड़िता के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मेरी बेटी चली गई, लेकिन लाखों बेटे और बेटियां अब मेरे साथ हैं। इससे मुझे बहुत ताकत मिली है और मुझे लगता है कि हम इससे कुछ हासिल करेंगे।”
रविवार को सुबह 6 बजे डॉक्टरों की 24 घंटे की हड़ताल समाप्त हुई, लेकिन विरोध प्रदर्शन जारी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे अस्पतालों के कर्मचारियों को हवाई अड्डों जैसी सुरक्षा प्रदान करें, क्योंकि भारत में 60 प्रतिशत डॉक्टर महिलाएं हैं, जिन्हें सुरक्षा की सख्त जरूरत है।
IMA के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अशोकन ने कहा, “अब सरकार को जवाब देना होगा। हमारी एक ही मांग है, मौलिक अधिकार—जीवन का अधिकार। हम प्रधानमंत्री को लिखेंगे और उनके हस्तक्षेप की मांग करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 15 अगस्त के भाषण में महिला सुरक्षा का उल्लेख किया है, जो दिखाता है कि वह इस मुद्दे को लेकर चिंतित हैं।”
#WATCH | Delhi: Indian Medical Association National President Dr Asokan says, "… Now its for the government to respond. They will have the political will to respond now. Because what we have asked for is not something beyond them. We are asking for a very fundamental right, the… pic.twitter.com/ASmbjfvCiV
— ANI (@ANI) August 17, 2024
इस घटना ने चिकित्सा समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, और पूरे देश में स्वास्थ्यकर्मी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताओं को सामने रख रहे हैं।