पाकिस्तान सेना प्रमुख ने 1971, 1965 को याद कर हिसाब बराबर करने को कहा

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इस्‍लामाबाद, पाकिस्तान: पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने भारत को धमकी देते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम भारत के साथ अपना हिसाब चुकता कर लें। उन्होंने कहा कि हम खून के हर बुंद का हिसाब लेंगे। दरअसल, पाकिस्‍तान ने छह सिंतबर को अपना डिफेंस डे यानी रक्षा दिवस मनाया। इस मौके पर पाकिस्‍तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने भारत को धमकी दी और कहा कि पाकिस्‍तान की रक्षा में लगे हर सैनिक की कुर्बानी के मायने हैं। बाजवा ने कहा है कि वह बॉर्डर पर बहे खून की हर बूंद का हिसाब लेंगे।

उल्लेखनीय है कि सन् 1965 में भारत और पाकिस्‍तान के बीच हुए युद्ध में पाकिस्‍तान को शिकस्‍त का सामना करना पड़ा था। पाक आज तक इस बात को नहीं मानता है कि उसे इस युद्ध में हार मिली थी। 6 सिंतबर यानी जिस दिन युद्ध खत्‍म हुआ था, उस मौके को पाक में डिफेंस डे के तौर पर मनाते हैं। लेकिन साल 2014 से पाक इस दिन को शहीद दिवस के तौर पर मनाने लगा है।

रावलपिंडी में सेना के हेडक्‍वार्टर पर 6 सिंतबर को एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री इमरान खान समेत पाक नौसेना और वायुसेना के प्रमुख भी मौजूद थे। जनरल बाजवा ने कार्यक्रम में कहा, आप सब आज यहां पर एकत्र हुए हैं और ये सुबूत है कि आप पाकिस्‍तान की रक्षा में हमारी कोशिशों में एक साथ हैं। बाजवा ने आगे कहा, 6 सितंबर 1965 हमारे देश के इतिहास में एक अहम दिन है। यह वह दिन है जब हमारी सेनाओं ने देश की मदद से एक बुराई को हराया था। बाजवा ने कहा कि 65 की जंग में 70,000 पाकिस्‍तानी मारे गए और घायल हुए थे। इसके बाद उन्‍होंने कहा, बॉर्डर पर बहे खून के हर कतरे का हिसाब हम लेकर रहेंगे।

बाजवा ने हर पाकिस्‍तानी को देश का सैनिक करार दिया। बाजवा की मानें तो 65 की जंग के दौरान जो बहादुरी दिखाई गई थी वह एक बड़ा सबक है और आज के युवा के लिए एक प्रेरणा है। आर्मी चीफ बाजवा के मुताबिक 65 और फिर सन् 1971 में हुई जंग से पाक ने काफी कुछ सीखा है। बाजवा ने दोहराया कि पाकिस्‍तान की सेनाओं ने आतंकवाद के खिलाफ बहुत बड़ा बलिदान दिया है। उनकी मानें तो पाक में घर, स्‍कूलों और नेताओं को आतंकी निशाना बनाते हैं और आतंकियों को कमजोर करने के लिए कोशिशें जारी है।

पाक आर्मी चीफ जनरल बाजवा के सुर भारत को लेकर अचानक से बदल गए हैं। कुछ दिनों पहले तक बाजवा, भारत के साथ शांति की वकालत कर रहे थे। बाजवा ने कार्यक्रम के दौरान कश्‍मीर के लिए लडऩे वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्‍होंने कश्‍मीर में जारी आतंकवाद को आजादी की लड़ाई करार दिया। बाजवा ने कहा कि पाकिस्‍तान पिछले दो दशकों से मुश्किल दौर से गुजर रहा है और यह लड़ाई अभी तक जारी है और आगे भी जारी रहेगी।

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