गुस्ताखी माफ़ हरियाणा- पवन कुमार बंसल l
एक जागरूक पाठक l आप ठीक कह रहे हो जी। जाट तो खुद मज़ाक़ पसंद करते हैं हरियाणा की sense of humour तो मशहूर है। जाने माने पत्रकार प्रभाष जोशी ने हरियाणा के लालों के किस्से वाली मेरी किताब के प्रस्तावना में लिखा था” हरियाणा के लोग अपने लालों के कितने और कैसे मजे लेते हैं यह बात तो इन किसो से साफ होती ही है, इनसे हरियाणवी समाज का हास्य बोध और इन लालों का अपने समाज से निकट का संबंध भी स्पष्ट और स्थापित होता है l
यहां के नेता इनका बिल्कुल बुरा नहीं मानते और अगर आप इनके दोस्त हैं तो मजे लेकर खुद ही अपने पर बने किस्से को सुना भी देंगे l दूसरे पर तो हर कोई हंस लेता है लेकिन हरियाणा के लोगो में खुद पर हंसने का मादा है जो पूरे विश्व में कहीं भी नहीं मिलेगा l