यंत्र (वाईएएनटीआरए) आयुष चिकित्सा प्रणाली को पुनर्जीवित करने और वैश्विक कल्याण आंदोलन बनने का मंच प्रदान करता है: सर्बानंद सोनोवाल

केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल निमहंस, बेंगलुरु में यंत्र 2023 के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में हुए सम्मिलित

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26नवंबर। केंद्रीय पत्तन , पोत परिवहन और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने यहां जिज्ञासा के सहयोग से राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज़- एनआईएमएचएएनएस -निमहंस) में आयोजित तंत्रिका विज्ञान, चिकित्सीय और अनुसंधान दृष्टिकोण में योग और आयुर्वेद (वाईएएनटीआरए – यंत्र), 2023 में भाग लिया। .

यंत्र, 2023 स्वास्थ्य देखभाल में एकीकरण के मॉडल पर विषयवस्तु के साथ एकीकृत चिकित्सा (इन्टीग्रेटिव मेडिसिन) पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज़-एनआईएमएचएएनएस-निमहंस) परिसर में आयोजित यंत्र एक ऐसा मंच है, जो लोगों के जीवन की गुणवत्ता को समृद्ध करने के साथ-साथ उनके उपचार में आयुष चिकित्सा प्रणाली की प्रभावशीलता को सुदृढ़ करने के एवं उसे पुनर्जीवित करने के लिए जिज्ञासा के साथ-साथ एनआईएमएचएएनएस द्वारा समर्थित है। चिकित्सा की आयुष प्रणाली को पुनर्जीवित करने, चाहे वह आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और सोवा रिग्पा या होम्योपैथी हो, के लिए इस मंच का उद्देश्य विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित सभी के लिए स्वास्थ्य कवरेज का लक्ष्य पूरा करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में आयुष प्रणालियों को मुख्यधारा बनाना है।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि “इस वर्ष के यंत्र में सम्मिलित होना बहुत सम्मान का क्षण है। ‘आयुष का अभ्यास करने के लिए आयुष सीखें’ के आदर्श वाक्य के साथ, मैं इस अद्भुत मंच के लिए जिज्ञासा और निमहंस (एनआईएमएचएएनएस) की सराहना करना चाहूंगा जो हमारे रोगियों की देखभाल करने और उन्हें जीवन का समृद्ध अनुभव प्रदान करने के लिए समवेत औषधीय दृष्टिकोण के एक हिस्से के रूप में आयुष चिकित्सा प्रणाली की प्रभावकारिता के लिए छात्रों, चिकित्सकों, उद्यमियों, नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं के साथ-साथ आयुष के शुभचिंतकों को प्रेरणा लेने और उत्साह बढ़ाने में सहायता कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में, आयुष चिकित्सा प्रणाली तेजी से आगे बढ़ी है। यह मोदी जी ही थे जिन्होंने एकीकृत चिकित्सा दृष्टिकोण में सह-भागीदार बनने के लिए आयुष की क्षमता की कल्पना की थी। इसे रेखांकित करते हुए ही मोदी जी ने 2014 में आयुष मंत्रालय बनाया जिससे अब तक देश में चिकित्सा के पारंपरिक रूप का बड़े पैमाने पर कायाकल्प होने के साथ ही उसका विकास भी हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी के करिश्माई नेतृत्व में, योग शरीर सौष्ठव (फिटनेस) का एक वैश्विक आंदोलन बन गया क्योंकि अन्य आयुष प्रणालियों को मानवता के लिए वैश्विक जीवन समृद्ध आंदोलन का अग्रदूत बनाने के प्रयास किए गए थे। मैं इस अद्भुत अवसर पर इस अद्वितीय सम्मेलन की सफलता के लिए इसमें सहभागिता कर रहे सभी लोगों की सराहना करता हूं जो आयुष आंदोलन को और लोकप्रिय बनाने के लिए एक बहुत जरूरी मंच प्रदान कर रहे हैं ।”

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